नशे की हालत में घिनौने काम का बनाता था दबाव, नहीं मानी तो फोन पर दिया 3 तलाक
punjabkesari.in Wednesday, Jan 10, 2018 - 11:17 AM (IST)
कौशाम्बी(शिव नंदन साहू): ट्रिपल तलाक को लेकर देश की सबसे बड़ी अदालत सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भले ही सरकार 3 तलाक पर नया कानून बनाने की मुहीम में जुटी हो, लेकिन 3 तलाक के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। ताजा मामला उत्तर प्रदेश के कौशाम्बी जिले का है। जहां एक कलयुगी पति अपने ही पत्नी को नाजायज काम करने के लिए मजबूर करता रहा। बेरहम पति उस पर पिछले 3 सालों तक तमाम जुल्म और अत्याचार करता रहा।
जानकारी के अनुसार पति के लगातार बढ़ रहे अत्याचार से तंग आकर पत्नी ने गलत काम करने के लिए मना कर दिया। इसके बाद बेरहम पति ने उसको बेसहारा कर फोन पर 3 तलाक दे दिया। पिछले 15 दिनों से पीड़ित महिला इंसाफ के लिए दर-दर की ठोकरे खाने को मजबूर है। हाल ही में कौशाम्बी दौरे पर आए प्रदेश के प्रमुख सचिव व जिले के नोडल अधिकारी रमा रमण ने भले ही आला अफसरों के साथ समीक्षा बैठक कर कानून का पाठ पढ़ाया हो, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी अपने रवैये से बाज नहीं आ रहे हैं।
पीड़िता ने मीडिया के सामने अपने दर्द को बयां किया। महिला के दर्द और आंसूओं को देखकर इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि महिला अपराधों में तत्परता दिखाने वाली यूपी पुलिस किस हद तक लापरवाह हो चुकी है। एक तरफ हैवान पति का कठोर अत्याचार दूसरी तरफ मासूम बच्चों से बिछड़ी मां की फरियाद और फिर पुलिस से मिली दुत्कार के बाद सवाल तो खड़ा होता ही है कि योगी सरकार के सख्त आदेशों के बावजूद भी क्यों पीड़ित महिलाओं को इंसाफ के लिए दर-दर की ठोकरें खाने के लिए छोड़ दिया जाता है। ऐसे सवालों के जवाब में कौशाम्बी के पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्ता भी मीडिया से पल्ला झाड़ते नजर आए।