योगी के खिलाफ फूटा दलितों का गुस्सा, तोडफ़ोड़ के बाद फाड़े पोस्टर

punjabkesari.in Tuesday, May 09, 2017 - 02:41 PM (IST)

मेरठ: मेरठ दौरे पर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ लोगों ने उग्र प्रर्दशन किया है। लोगों ने पहले शराब की एक दुकान में तोडफ़ोड़ की फिर योगी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इतना ही नहीं वहां लगे मुख्यमंत्री योगी के पोस्टर भी फाड़ दिए। इन लोगों का आरोप था कि योगी आदित्यनाथ दलित विरोधी हैं।

दरअसल मेरठ शहर में शेरगढ़ नाम की एक दलित बस्ती में जाकर योगी लोगों से मिले। शेरगढ़ जाने का मुख्यमंत्री का कार्यक्रम पहले से तय था। अधिकारियों ने वहां पर मुख्यमंत्री के आने की तैयारी भी की थी, लेकिन एक चूक हो गई। शेरगढ़ दलित बस्ती में घुसते ही भीमराव अंबेडकर की एक मूर्ति लगी है। परंपरा रही है कि कोई भी महत्वपूर्ण व्यक्ति जब इस बस्ती आता है तो सबसे पहले अंबेडकर की मूर्ति पर माल्यार्पण करता है और उसके बाद मोहल्ले में जाता है। योगी ऐसा नहीं कर पाए। इससे लोग नाराज हो गए और कुछ लोगों ने कहना शुरू कर दिया कि अंबेडकर की मूर्ति को नजरअंदाज करके योगी ने उनके सबसे बड़े महापुरुष का अपमान किया है।

लोगों का गुस्सा इसलिए भी भड़क गया क्योंकि शेरगढ़ के लोग मुख्यमंत्री से मिलकर इलाके में शराब की दुकानें बंद कराने और जुए के अड्डों पर पाबंदी लगाने का अनुरोध करना चाहते थे। यहां रहने वाले लोगों का कहना है कि आसपास शराब की दुकानें खुलने से माहौल खराब हो गया है और सट्टे व जुए की वजह से लोग इसी में लगे रहते हैं। लोगों को उम्मीद थी कि योगी तत्काल इसके बारे में कोई ऐलान करेंगे।

लेकिन समय की कमी की वजह से योगी वहां कुछ लोगों से मिलकर निकल गए। इससे लोग भड़क गए और अपना गुस्सा पास में एक शराब की दुकान पर निकाला। लोगों ने इस दुकान में तोडफ़ोड़ कर दी। बाद में पुलिस ने मौके पर जाकर लोगों को समझाया, बुझाया और शांत किया। 

जाति, धर्म के आधार पर नहीं होगा किसी से भेदभाव-योगी 
यहां स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान में आयोजित एक कार्यक्रम में योगी ने कहा कि विकास, सुशासन पर ध्यान देने के लिए आवश्यक है कि हम जाति, मत और मजहब से ऊपर उठ कर देश के विकास के बारे में सोचें। हमारी सरकार सब को साथ लेकर चलेगी और जाति, धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं होगा। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों ने जाति, समुदाय के नाम पर लड़ाया। विकास के लिए जाति, मजहब से ऊपर उठना होगा। सबको देश के लिए सोचना होगा। 


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