बीजेपी सांसद पर युवक ने लगाया पत्नी और बेटी के अपहरण का आरोप

punjabkesari.in Thursday, Aug 17, 2017 - 07:22 PM (IST)

फरुर्खाबाद(दिलीप कटियार): हाल ही में अपने पुत्र की पिटाई के मामले में सुर्खियों में रहे फर्रुखाबाद के बीजेपी सांसद मुकेश राजपूत अब एक नए विवाद में फंस गए हैं। इस बार सांसद पर बेहद गंभीर आरोप लगे हैं। लिंजीगंज निवासी युवक ने सांसद मुकेश राजपूत पर पत्नी और बेटी के अपहरण का आरोप लगाया है। युवक के मुताबिक मुकेश ने उसकी पत्नी और बेटी को कहीं गायब कर दिया है। पीड़ित युवक ने  सिटी मजिस्ट्रेट से न्याय गुहार की लगाई है। 

क्या है मामला?
पीड़ित युवक नन्द किशोर ने नगर मजिस्ट्रेट जैनेन्द्र कुमार जैन से शिकायत में कहा है कि उसका विवाह 9 फरवरी 2000 को हुआ था। 2006 में करवाचौथ के 10 दिन पूर्व उसकी पत्नी घर से गयी और वापस नहीं लौटी। वह घर से जेवर, कपड़ा, सामान और नाबालिक पुत्री को लेकर गयी। उसके मायके में पता किया तो वहां भी उसका सुराग नहीं लगा। घटना के लगभग दो माह बाद सांसद मुकेश राजपूत ने शिकायतकर्ता को बुलाकर कहा कि तुम्हारी पुत्री की मौत हो गयी है। तुम्हारी पत्नी अब तुम्हारे साथ नहीं रहना चाहती, उसे तलाक दे दो। 

सांसद ने पत्नी के साथ की शादी 
नन्द किशोर ने बताया कि कुछ समय बाद हमें पता चला कि पुत्री जीवित है। सांसद के द्वारा उसकी मौत की झूठी खबर प्रकाशित की गयी। जब इसकी जानकारी करने गये तो उन्होंने गाली-गलौज करके भगा दिया। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया की मुकेश राजपूत ने पत्नी के साथ विवाह कर लिया और उसे दिल्ली व लखनऊ में पत्नी के रूप में रखते हैं। आरोप है कि पत्नी ने एक और पुत्री को भी जन्म दिया है। सांसद ने पत्नी का नाम बदलकर शीतल राजपूत रख दिया है। 

हाई प्रोफाइल मामले को टरकाते नजर आए DM
पीड़ित युवक वीरवार को अपनी फरियाद लेकर डीएम के ऑफिस पहुंचा। जहां उसने सिटी मजिस्ट्रेट से न्याय गुहार की लगाई है। हाई प्रोफाइल की वजह से सिटी मजिस्ट्रेट भी मामले को टरकाते नजर आए। पीड़ित युवक ने इस मामले में सबूत के तौर पर कुछ तस्वीरें भी अधिकारियों को दिखाई हैं, चूंकि ये मामला सांसद मुकेश राजपूत से जुड़ा है इसलिए प्रशासन भी इस मामले भी फूंक फूंक कर कदम रख रहा है। 

सांसद ने आरोपों को सिरे से किया खारिज
खुद पर लगे इस आरोपों को सांसद मुकेश राजपूत ने सिरे से ख़ारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि जिला पंचायत चुनाव को प्रभावित करने के लिये इसमें सपा नेता सुबोध यादव का हाथ है। हम इन आरोपों से घबराने वाले नहीं हैं। उन्होंने पुलिस अधीक्षक ने कहा कि वह मांग करते हैं कि निष्पक्ष जांच हो। फर्जी बदनाम करने वालों से जिला पंचायत के चुनाव के बाद निपटा जाएगा। 

क्या कहते हैं डीएम?
वहीं इन पूरे मामले पर नगर मजिस्ट्रेट जैनेन्द्र कुमार जैन ने बताया कि युवक द्वारा पत्नी और बेटी के अपहरण की शिकायत मिली है। उसे जाँच के लिये शहर कोतवाली को भेज दिया गया है। 
 


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