मोदी-राजनाथ-शाह से CM योगी ने की मुलाकात, विभागों के बंटवारे पर फैसला जल्द
punjabkesari.in Tuesday, Mar 21, 2017 - 03:55 PM (IST)
नई दिल्ली\लखनऊ:उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज प्रधानमंत्री मंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार संसद आए और मोदी से उनके कार्यालय में मुलाकात की। समझा जाता है कि मुख्यमंत्री ने राज्य में मंत्रियों को सौंपे जाने वाले दायित्व के संबंध में चर्चा की। इसके साथ ही उत्तरप्रदेश की विभिन्न विकास योजनाओं के क्रियान्वयन पर विचार विमर्श किया गया।
Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath meets Prime Minister Narendra Modi. pic.twitter.com/hicV4rDnnv
— ANI (@ANI_news) March 21, 2017
जेटली से मिलकर की किसानों की कर्ज माफी के मुद्दे पर बात
प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक ट्वीट करके बताया कि योगी आदित्यनाथ ने मोदी से मुलाकात की। प्रधानमंत्री ने उन्हें मुख्यमंत्री पद संभालने की शुभकामनाए दीं। दोनों नेताओं ने कई मुद्दों पर चर्चा की। योगी आदित्यनाथ ने वित्त मंत्री अरुण जेटली के साथ भी मुलाकात की। इस अवसर पर वित्त राज्य मंत्री अर्जुन मेघवाल और संतोष गंगवार भी मौजूद थे। भारतीय जनता पार्टी ने अपने चुनाव घोषणा पत्र में लघु और सीमांत किसानों के कृषि ऋण माफ करने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री का राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी से भी मिलने का कार्यक्रम है।
Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath met Union Home Minister Rajnath Singh in Delhi earlier today. pic.twitter.com/YCN20UsLZJ
— ANI (@ANI_news) March 21, 2017
सुब्रमण्यम स्वामी ने आदित्यनाथ से की मुलाकात
इस बीच राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी ने एक ट्वीट करके बताया है कि उन्होंने योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की है और उन्हें उच्चतम न्यायालय में अयोध्या में राम मंदिर के संबंध में आज की सुनवाई से अवगत कराया। स्वामी ने बताया कि इस मामले में विस्तृत रुप से विचार विमर्श करने के लिए कल लखनऊ में मुख्यमंत्री के साथ बैठक की जाएगी।
Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath meets Union Minister Arun Jaitley in Delhi. pic.twitter.com/6m43aAIQnc
— ANI (@ANI_news) March 21, 2017
गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय ने रामजन्म भूमि-बाबरी मस्जिद विवाद से जुड़े पक्षों से इस मुद्दे को मिल बैठकर सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझाने की सलाह दी है। स्वामी ने न्यायालय से रामजन्म भूमि-बाबरी मस्जिद विवाद पर जल्द सुनवाई करने का अनुरोध किया था। इस पर मुख्य न्यायाधीश जेएस खेहर ने कहा कि यह बहुत ही संवेदनशील मामला है इसलिए बेहतर होगा कि मामले से जुड़े पक्ष इसे आपसी सहमति से सुलझा लें। उन्होंने कहा कि यदि संबंधित पक्ष चाहें तो वह खुद इस मामले में मध्यस्था करने को तैयार हैं या किसी अन्य न्यायिक अधिकारी को भी वह इसके लिए चुन सकते हैं।