सरकारी राशन का 10 हजार बोरी चावल राइस मिल से बरामद, छापेमारी के दौरान मिल छोड़ भागे मालिक

punjabkesari.in Friday, Feb 16, 2018 - 11:35 AM (IST)

हरदोईः यूपी के हरदोई जिले में किस तरह गरीबों के राशन पर डाका डाला जा रहा है। इसकी एक बानगी उस वक्त देखने को मिली जब जिला प्रशासन के आलाधिकारियों ने एक राईस मिल पर छापा मारा। छापेमारी के दौरान सरकारी राशन कोटे की 10 हजार से अधिक राइस की बोरियां बरामद की गई हैं।
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जानकारी के मुताबिक भाजपा नेता प्रदीप गुप्ता के पिता शैलेन्द्र गुप्ता की राइस मिल है। यहां एक मुखबिर ने सरकारी राशन के चावल होने की गुप्त सूचना प्रशासन को दी। इस सूचना के बाद जब प्रशासन ने राइस मिल पर छापा मारा तो प्रशासनिक अधिकारियों की आंखें फटी की फटी रह गई। राइस मिल में 8 ट्रकों में संडीला, शाहाबाद और कई जगह का सरकारी राशन ट्रकों में लदा खड़ा हुआ था। जिसको राइस मिल में उतारा जा रहा था। बताया जा रहा है कि इन्हीं आवश्यक वस्तु निगम के गोदामों से काला बाजारी कर सरकारी राशन विक्रेताओं को चावल दिया जाता है।
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सरकारी अमले की मानें तो ट्रकों पर लदा चावल आवश्यक वस्तु निगम के गोदामों का है। जो वहां से राशन के कोटों पर सप्लाई किया जाना था, लेकिन कोटों पर सप्लाई करने की वजह से राशन यहां राइस मिल में ले आया गया और इनकी बोरियां खोलकर इस चावल की रिसाइकिलिंग करके इन्हें राइस मिल के नई बोरियों में भरकर उन पर पशुपतिनाथ एग्रो राइस मिल का टैग लगाकर भारतीय भंडार निगम में भेजा जा रहा था।
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जिस राइस मिलर के यहां से चावल की बरामदगी हुई है उसके पास आवश्यक वस्तु निगम के 8 गोदाम की हैंडलिंग का ठेका भी है। इन्हींं गोदामों से राशन की दुकानों में इस चावल की आपूर्ति की जाती है। छापे के दौरान राइस मिल के मालिक और लेबर समेत सारे लोग राइस मिल छोड़कर फरार हो गए हैं। फिलहाल राइस मिल में बरामद चावल और ट्रकों को प्रशासन ने अपने कब्जे में ले लिया है। प्रशासन अब राशन माफियाओं के इस पूरे नेटवर्क का पता लगाने में जुटा है। जो लंबे अरसे से सरकारी राशन के इस वास्तविक हकदारों के हक पर डाका डालकर अपनी जेबे गर्म करने में जुटे हैं।


 


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