बाराबंकी में जहरीली शराब से 11 लोगों की मौत, पीड़ित परिजनों ने खोली प्रशासन की पोल
punjabkesari.in Sunday, Jan 14, 2018 - 11:28 AM (IST)
बाराबंकीः उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में 3 दिन पूर्व जहरीली शराब पीने से 11 लोगों की मौत हो गई थी। शराब पीने से हुई मौतों की खबर लगते ही इलाके में हड़कंप मच गया। जिला प्रशासन ने इसे ठंड से हुई मौत बताया था, लेकिन सच तो कुछ और ही निकला। इसकी सूचना पाकर शनिवार को बीजेपी सांसद प्रियंका रावत पीड़ित परिजनों से मिलने पहुंची। वहीं पीड़ित परिजनों ने बताया कि उनके घरवालों की मौत शराब पीने से ही हुई है। पुलिस अधिकारी ने उन्हें मुआवजे का लालच देकर झूठ बोलने को कहा था। इसलिए लोगों ने ठंड से हुई मौत बता दिया था।
इस बारे में मुनिया पुरवा गांव के प्रधान संतोष ने बताया कि प्रशासन के लोगों ने गांव आकर उनके मनमाफिक बयान देने के लिए मजबूर किया था। मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने कहा था कि अगर शराब या स्प्रिट से मौत बताया तो उन्हें किसी प्रकार की सहायता नहीं मिल पाएगी। इसी वजह से लोगों ने झूठ बोला था। मेयो अस्पताल में इलाज करा रहे मुनिया पुरवा गांव निवासी उमेश ने बताया, उसने स्प्रिट पी थी। इसके बाद उसकी हालत बिगड़ने लगी और उसकी आंखों से दिखाई देना बंद होने लगा। इसके बाद वो इलाज कराने हॉस्पिटल पहुंचा। अब उसकी आंखों से दिखना बिल्कुल बंद हो गया है।
ग्रामीण देवीशरण ने बताया कि उसने भी मदन के यहां से स्प्रिट वाली शराब पी थी। इसके बाद हालत बिगड़ गई और आंखों से दिखना बंद हो गया। हालांकि, समय से हॉस्पिटल पहुंच गया, अब उसे दिखाई देने लगा है। उसने कहा, अब वह जीवन में कभी शराब नहीं पिएगा। मेयो हॉस्पिटल के प्रशानिक अधिकारी ने बताया कि यहां भर्ती दोनों मरीज गंभीर हालत में आए थे। उनका इलाज चल रहा है। दोनों स्प्रिट पीकर आए थे। दोनों में से उमेश की आंख की रोशनी आने की संभावना न के बराबर है, जबकि देवी शरण की हालत ठीक है।
बाराबंकी की सांसद प्रियंका सिंह रावत शनिवार को पीड़ित परिजनों से मिलने पहुंची थीं। उन्होंने कहा, यह घटना बहुत बड़ी है। इसी वजह से वह अपने बीमार पति को छोड़कर पीड़ितों का दुख बांटने आई हैं। उन्होंने कहा कि इन सबकी मृत्यु स्प्रिट पीने से हुई है। प्रशासन को इसकी जांच करनी चाहिए थी। सांसद ने कहा कि जो भी अधिकारी इस मामले में दोषी पाए जाएंगे। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए वो सीएम से भी बात करेंगी। इस दौरान प्रियंका रावत ने व्यक्तिगत रूप से सभी पीड़ित परिवारों को 10-10 हजार रुपए की आर्थिक सहायता और जाड़े से बचाव के लिए कम्बल दिया।