कानपुर में बिल्डरों का खौफ हुआ खत्म, कुख्यात बदमाश ''गुलाम'' गैंगवार में ढेर

punjabkesari.in Monday, May 22, 2017 - 09:32 AM (IST)

कानपुरः कानपुर के चमनगंज में गैंगवार का मामला सामने आया है, जहां ताबड़तोड़ गोलीबारी में एक कुख्यात अपराधी गुलाम नबी मौत के घाट उतार दिया गया। बता दें कि अपराधी गुलाम नबी की हत्या में चमनगंज इलाके के ही नादिर पर शक है। गुलाम नबी का नाम अपराध की दुनिया में उस समय चर्चा में आया था जब सन 2005 में डी-2 गैंग के रफीक की हत्या हुई थी।

शहर के बिल्डरों से करता था अवैध वसूली
गुलाम नबी के बड़े बिल्डरों से संपर्क बताए जाते है। गुलाम नबी का अपराध की दुनिया में खासा दबदबा था, वो रईस बनारसी का साथ मिलने के बाद शहर के बिल्डरों से वसूली करने का काम करता था। गुलाम नबी की गैंग में मासूम, नफीस, कलुवा, रेहान, दिलशान, रईस ढपाली शामिल है। जो पूरी तरह गैंग के सक्रिय सदस्य हैं।

जेल से हो चूका था फरार
गुलाम नबी बेशक जेल में रहता था, लेकिन उसका नेटवर्क गैंग के ये बाकी लोग संचालित करते थे। कुली बाजार के रहने वालें नादिर से गुलाम की दुश्मनी चल रही थी। गुलाम गैंग ने हाल में ही नादिर पर हमला भी किया था, जिस पर तत्कालीन एसएसपी शलभ माथुर ने गुलाम की सक्रियता जाहिर की थी। इसी दौरान गुलाम जेल से फरार भी हो गया था।

गुलाम की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने जाल भी फैलाया था, लेकिन वो महिलाओं की आड़ लेकर फरार हो गया था। पुलिस सूत्रों की माने तो किसी मिठाई वाले से मिलने के बाद वो बिल्डर से मिलने जा रहा था, उसी वक्त ये घटना अंजाम दी गई। मौके से पुलिस को गुलाम नबी का मोबाइल मिला है, उससे कई राज खुलने की संभावना है।


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