डॉक्टरों ने जिंदा शख्स को बता दिया मुर्दा, पुलिस बोली- पोस्टमार्टम तो होगा

punjabkesari.in Tuesday, Jun 20, 2017 - 12:43 PM (IST)

आगरा: आगरा में हॉस्पिटल से इलाज करवाकर घर पहुंचते ही एक शख्स को खुद की मौत की सूचना मिली। एक दारोगा घर पहुंचा और उसकी पत्नी से कहा, पोस्टमार्टम के लिए परिवार के सदस्य को साथ चलना होगा। वहीं जब खुद शख्स बाहर आया और कहा, मैं जिंदा हूं तो भी दारोगा मानने को तैयार नहीं हुए। उन्होंने पड़ोसियों से लिखित तौर पर शिनाख्त करवाई, जिसके बाद वापस लौटे।

दरअसल, आगरा के केदारनगर निवासी कुश चौरसिया को 17 जून की सुबह 5 बजे सोते समय एहसास हुआ कि उनके ऊपर कुछ रेंग रहा है। देखा तो शरीर पर सांप था। उन्हें लगा कि सांप ने डस लिया है। डर की वजह से वह एस.एन. मैडीकल कॉलेज के एमरजैंसी वार्ड में एडमिट हो गए। 4 घंटे बाद डॉक्टरों ने उन्हें स्वस्थ बताकर घर भेज दिया।

कुश ने बताया, अगले दिन (18 जून) घर पर थाना शाहगंज का एक दारोगा पहुंचा। पत्नी रिचा ने दरवाजा खोला। गेट खोलते ही दारोगा ने कहा, कुश चौरसिया की मौत हो गई है और पोस्टमार्टम के लिए परिवार के सदस्य का चलना जरूरी है। रिचा चौंक गई। इसके बाद पुलिस की निगाह में मृतक ने खुद का परिचय देते हुए कहा कि मैं जिंदा हूं जिस पर दारोगा ने मैडीकल कॉलेज का मैमो दिखाया और कहा कि इसके अनुसार तुम मर चुके हो। इसके बाद दारोगा ने मैडीकल कॉलेज के डॉक्टर से बात की और उससे जिंदा होने की एक एप्लीकेशन लिखवाई और पड़ोसियों से भी जिंदा होने की शिनाख्त लिखित तौर पर करवाई।

डॉक्टर ने कबूल की गलती
इस घटना के बाद थाना एम.एम. गेट की पुलिस एस.एन. मैडीकल कॉलेज के एमरजैंसी वॉर्ड में गई। वहां जूनियर डॉक्टर से इस गड़बड़ी के बारे में पूछा। उसने इसका वीडियो रिकॉर्ड कर लिया इसमें मैडीसिन डिपार्टमैंट के जूनियर डॉक्टर ने खुद की गलती स्वीकार की।

जानकारी के मुताबिक कुश चौरसिया के जाने के बाद अज्ञात शव का मैमो भरा गया था। इसमें जूनियर डॉक्टर ने गलती से नाम कुश चौरसिया का लिख दिया। शव पोस्टमार्टम हाऊस पहुंचा तो पुलिस यही मैमो लेकर कुश के घर पहुंच गई थी। इस मामले में कॉलेज के मैडीकल सुपरिंटैंडैंट डॉ. अजय अग्रवाल का कहना है कि इस मामले की जांच की जा रही है। मैमो बनाने में गलती सामने आई है। आरोपी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।


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