अगर आप भी हैं गोलगप्पे खाने के शौकीन, तो इस खबर को जरूर पढ़ें
punjabkesari.in Thursday, Dec 07, 2017 - 12:20 PM (IST)
कानपुरः कानपुर में एक अजीबो गरीब लेकिन दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक किसान की गोलगप्पे खाने से मौत हो गई। आप भी हैरान हो गए ना लेकिन यह सच है। वहीं उससे भी ज्यादा खास बात यह कि हमें गोलगप्पे कैसे खाने चाहिए क्योंकि इस खबर को पढ़ने के बाद आप भी यही सोचेंगे कि एेसी गलती हम नहीं करेंगे।
तीसरे गोलगप्पा खाते ही आने लगी खांसी
एक निजी समाचार पत्र के मुताबिक मामला हरबसपुर निवासी किसान नरेश सचान (45) बुधवार को सांखाहारी गांव चौराहे की ओर निकले थे। वह खेती-किसानी के साथ ट्रक भी चलाते थे। चौराहे पर गोलगप्पे का ठेला लगा देखा तो 10 रुपए के गोलगप्पे खिलाने को कहा। दुकानदार ने गोलगप्पे खिलाने शुरू किए। चौराहे पर मौजूद लोगों के मुताबिक 3 गोलगप्पे खाने पर नरेश को खांसी आने लगी और खांसते-खांसते उलझन महसूस होने लगी। कुछ ही देर बाद वह ठेले के पास लड़खड़ाकर गिर पड़े। लोग दौड़कर आए और चेहरे पर पानी छिड़का तो उनको होश आ गया।
सांस नली में फंसा गोलगप्पा
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के ईएनटी विशेषज्ञ प्रो. संदीप कौशिक का कहना है कि पानी के बताशे यानी गोलगप्पा खाने में अक्सर लोग पूरा मुंह खोलकर गर्दन पीछे कर खाते हैं। यह तरीका गलत है। नरेश सचान की मौत इसी तरीके से गोलगप्पा खाने हो सकती है। जब उन्होंने गोलगप्पा खाया होगा तो वह गर्दन पीछे करने से सीधे सांस नली में जाकर फंस गया और सांस वापस नहीं आई तो जान चली गई।
बिगड़ी हालत को देख लोगों ने परिजनों को दी सूचना
जिसके बाद वह थोड़ी देर तक सामान्य दिखने के बाद नरेश की हालत फिर बिगड़ गई। वह शैल तिवारी की परचून की दुकान के सामने पड़ी बेंच पर लेट गए। लगभग 10 मिनट तक करवटें बदलने के बाद उनमें किसी तरह की हरकत होनी बंद हो गई। उन्हें उठाने का काफी प्रयास किया गया पर कोई जवाब नहीं आया। घबराए लोगों ने तुरंत नरेश के परिजनों को सूचना दी। परिजन व पड़ोसी उन्हें लेकर घाटमपुर सीएचसी भागे।
डॉक्टरों ने किया मृत घोषित
सीएचसी में डॉ. अजीत सचान ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बताया गया कि नरेश की रास्ते में ही मौत हो गई। नरेश के पिता राम नारायण की पहले ही मौत हो चुकी है। परिवार के लोग बता रहे हैं कि गोलगप्पे खाने से नरेश की मौत हुई है। आशंका है कि गोलगप्पा गले में फंस जाने से सांस नली चोक हो गई हो। एक संभावना यह भी है कि हार्ट अटैक से मौत हुई हो। असली कारण पोस्टमार्टम से ही स्पष्ट होगा।