परिसरों में अवांछनीय तत्वों की गतिविधियों पर रखी जाए नजर: योगी
punjabkesari.in Saturday, Jan 13, 2018 - 11:39 AM (IST)
लखनऊ: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विश्वविद्यालयों के कुलपतियों और कालेजों के प्राचार्यों को पत्र लिखकर यह सुनिश्चित करने को कहा कि परिसरों विशेष रूप से छात्रावासों में अवांछनीय तत्वों की गतिविधियों पर नजर रखी जाए। आतंकवादी गतिविधियों, रैगिंग एवं हिंसा की दृष्टि से विश्वविद्यालयों और कालेज परिसरों की संवेदनशीलता के परिप्रेक्ष्य में यह पत्र लिखा गया है।
योगी ने पत्र में कहा कि कई बार विश्वविद्यालय या महाविद्यालय प्रशासन तथा विद्यार्थियों के बीच समुचित संवाद स्थापित न होने के कारण विद्यार्थियों की छोटी-छोटी समस्याओं का समुचित समाधान नहीं हो पाता है और इस वजह से धरना प्रदर्शन की स्थिति उत्पन्न होती है। उन्होंने कहा कि इसलिए यह आवश्यक है कि समय-समय पर विश्वविद्यालय या महाविद्यालय प्रशासन द्वारा विद्यार्थियों और छात्र संगठनों के मध्य समुचित संवाद स्थापित किया जाए तथा छात्रों से जुड़े विभिन्न पहलुओं तथा समस्याओं को चिन्हित कर उनका समुचित समाधान समय रहते किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्वविद्यालय या महाविद्यालय परिसर विशेष रूप से छात्रावासों में अवांछनीय तत्वों की गतिविधियों पर नजर रखी जाए। छात्रावासों में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश एवं उनके हस्तक्षेप से मुक्त रखने के लिए निगाह रखी जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रतिभाशाली एवं देश के उज्ज्वल भविष्य के कर्णधार छात्रों को अध्ययन में अवांछनीय तत्वों के कारण असुविधा का सामना न करना पड़े। खासतौर से देश के बाहर से आने वाले छात्र-छात्राओं को पर्याप्त सुरक्षा का माहौल मुहैया कराया जाए।
योगी ने उल्लेख किया कि छात्र-छात्राओं की सुरक्षा एवं विशेष तौर पर छेड़छाड़ की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए महाविद्यालय प्रशासन के स्तर से कैम्पस में सीसीटीवी कैमरे स्थापित कराए जाएं तथा प्रशासन से समन्वय कर सुरक्षा के समुचित प्रबन्ध किए जाएं। उन्होंने कुलपतियों तथा प्राचार्यों की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि वे अपनी जिम्मेदारी का पूर्ण सदुपयोग करते हुए शिक्षण संस्थाओं में एक उत्कृष्ट एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर का शैक्षिक वातावरण सृजित कर राष्ट्र के नव निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छात्र-छात्राओं को केन्द्र सरकार एवं प्रदेश सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं जैसे-स्टैण्ड-अप इण्डिया, स्टार्ट-अप इण्डिया, डिजिटल इण्डिया तथा स्वच्छ भारत मिशन इत्यादि से भी अवगत कराया जाए। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय एकता एवं अखण्डता के मूलभूत सिद्धान्तों का अनुसरण करने के लिए पाठ्यक्रमों में आवश्यक बिन्दु सम्मिलित किए जाएं।
सबसे ज्यादा पढ़े गए
Recommended News
Recommended News
मैड़ी मेले में आए अमृतसर के श्रद्धालु की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, पुलिस जांच में जुटी
पेट की जिद्दी चर्बी हो जाएगी गायब, रोज पिएं ये 5 Drinks
Lok Sabha Election 2024: अमेठी और रायबरेली सीट पर कांग्रेस ने नहीं खोले पत्ते, सीईसी की बैठक में नहीं हुई चर्चा
Jatoli Shiv Temple in Solan, Himachal Pradesh: एशिया के सबसे ऊंचे जटोली शिव मंदिर में है स्फटिक मणि शिवलिंग