मेरठः बीते दिनों हुई करोड़ों की लूट का पुलिस ने किया खुलासा, 4 आरोपी असहले के साथ गिरफ्तार

punjabkesari.in Monday, Apr 17, 2017 - 11:32 AM (IST)

मेरठः बीते दिनों मेरठ सराफा बाजार के सराफ मुकेश जैन के 2 कर्मचारियों से गाजियाबाद में हुई 11.75 लाख कैश और 35 किलो चांदी की लूट का आज खुलासा हो गया। एसएसपी गाजियाबाद दीपक कुमार के अनुसार सराफ का पूर्व ड्राइवर सुशील ही इस वारदात का मास्टर माइंड था। जिसने सराफ से बदला लेने के लिए लूट की साजिश रची थी। 9 में से 4 बदमाशों को गाजियाबाद पुलिस और क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है। जिनसे एक एसेंट कार, 18 किलो चांदी की ईंटें, 9 एमएम की पिस्टल और एक तमंचा बरामद किया है।

सराफा से रखता था रंजिश, जानें क्यों
एसएसपी के अनुसार सुशील सराफ मुकेश जैन की गाड़ी चलाता था। उसने अपने पिता के बीमार होने पर सराफ से 5 हजार रुपए मांगे थे, जिसे सराफ ने देने से इंकार कर दिया था। उसके कुछ दिन बाद सुशील को लेकर मुकेश परिवार के साथ अंबाला घूमने गए थे। जहां से लौटते समय सुशील ने शराब की बोतल खरीदी थी। जिस पर मुकेश ने उसे गाड़ी से उतार दिया था। उसकी हरकतें देख कुछ दिन बाद ही नौकरी से भी निकाल दिया था। उसके बाद से सुशील बदला लेने की फिराक में था। सुशील को सराफ के कारोबार की पूरी जानकारी थी। उसने बदला लेने के लिए शातिर बदमाश ऋतुराज से सराफ की मुखबिरी की। इस वारदात में नौ बदमाशों को शामिल किया गया था।

फर्जी दरोगा बन इस प्रकार रची थी लूट की साजिश
28 मार्च को सराफ का कर्मचारी नीरज और ड्राइवर मोनू मेरठ से दिल्ली कैश और चांदी लेकर स्विफ्ट डिजायर कार से निकले थे। ऋतुराज ने बाईपास से एसेंट कार से उनका पीछा शुरू कर दिया था। ऋतुराज की सूचना पर मेरठ तिराहे पर काले रंग की फॉरर्च्यूनर गाड़ी ने स्विफ्ट डिजायर कार को ओवरटेक कर रुकवा दिया था। फॉरर्च्यूनर में कुख्यात बदमाश कुलदीप उर्फ कपिल हरियाणा के दरोगा की वर्दी पहनकर अपने साथियों के सवार था। चेकिंग की बात कहकर नीरज और मोनू को अगवा कर वापस मेरठ की तरफ ले गए थे। परतापुर के गून गेझा के जंगल में बदमाशों ने चांदी, कैश और कार कब्जे में कर दोनों को नशे की गोलियां खिलाकर बेहोश कर दिया था। फिर भोजपुर क्षेत्र के जंगल में दोनों को फेंककर फरार हो गए थे।

वहीं सराफ मुकेश जैन के बेटे नितेश जैन ने बताया कि वह इस केस के खुलासे से पूरी तरह संतुष्ट हैं। बरामद चांदी पर उनकी शॉप की मुहर लगी थी। जिसे हमने पहचान लिया। हालांकि लूट के माल का अभी केवल 25 प्रतिशत ही बरामद हुआ है। इसके साथ ही पुलिस अधीक्षक का कहना है कि इस पूरी लूट और इससे जुड़ी कड़ीयों का पता लगना अभी बाकी है। जिसे जल्द ही उजागर किया जाएगा।


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