RSS के राष्ट्रोदय कार्यक्रम के होर्डिंग पर मचा बवाल, वाल्मीकि समाज से जुड़े इन चेहरों को बताया अस्पृश्य

punjabkesari.in Monday, Feb 19, 2018 - 06:21 PM (IST)

मेरठः राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ का सबसे बड़ा समागम 25 फरवरी को मेरठ में होने जा रहा है। माना जा रहा है कि यह देश का सबसे बड़ा आरएसएस समागम है। जिसमें 3 लाख से भी ज्यादा आरएसएस कार्यकर्ता शामिल होंगे, लेकिन इस कार्यक्रम से पहले ही एक विवाद खड़ा हो गया है। 
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राष्ट्रोदय नाम से होने वाले इस कार्यक्रम को लेकर शहर भर में होर्डिंग लगाए गए हैं।  जिसमें लिखा है कि ‘‘हिंदू धर्म की जैसे प्रतिष्ठा वशिष्ठ ब्राहम्ण, कृष्ण जैसे क्षत्रिय, हर्ष जैसे वैश्य और तुकाराम जैसे शुद्र ने की है, वैसे ही वाल्मीकि, चौखामैला और रविदास जैसे अस्पृश्यों ने भी की है’’। इस पोस्टर ने एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है।
PunjabKesariयह विवादित होर्डिंग शहर के मुख्य चौराहों पर लगे हैं, जिसके बाद अब वाल्मीकि समाज के लोगों ने इस कार्यक्रम के विरोध की रणनीति बनानी शुरु कर दी है। वाल्मीकि समाज के लोगों की मानें तो इस मुद्दें को लेकर पंचायत बुलाई जा रही है।जिसमें कार्यक्रम के विरोध की रणनीति तैयार की जाएंगी। उन्होंने साफ कहा कि समाज से खिलवाड़ करने वाले लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। 
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हालांकि वाल्मीकि नेताओं ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से ऐसे लोगों पर कार्रवाई करने की मांग की है। उधर आरएसएस कार्यकर्ताओं ने भी वाल्मीकि समाज के लोगों को मनाने का काम शुरु कर दिया है। समाज के लोगों से कई स्तर पर वार्ता जारी है। माना जा रहा है कि जल्द ही इस विवाद को सुलझा भी लिया जाएंगा, लेकिन फिलहाल कार्यक्रम पर संकट के बादल मंढरा रहे हैं। बकायदा वाल्मीकि समाज के लोगों में आरएसएस के इस पोस्टर को लेकर खासा विरोध हो रहा है। शहर में लगे पोस्टरों को वाल्मीकि समाज के लोगो ने फाड़ डाला और सड़को पर नाराजगी जताते हुए प्रदर्शन शुरू कर दिया है।  


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