जब दलित महिला ने उधार दिए रुपए मांगे वापिस तो पुलिस ने दी थर्ड डिग्री

punjabkesari.in Sunday, Oct 15, 2017 - 12:03 PM (IST)

मेरठः योगी की यूपी पुलिस पर आए दिन जहां दाग लगना जारी है। वहीं मेरठ पुलिस की एक शर्मनाक करतूत उजागर हुई है। जहां एक महिला ने एक शख्स को दिए 20 हजार रुपए वापस पाने के लिए थाने में तहरीर दी, लेकिन पुलिस ने  दलित महिला को ही हवालात में बंद करके थर्ड डिग्री दे दी। इतना ही नहीं पुलिस ने महिला के खिलाफ फर्जी मुकदमा दर्ज करके उसे जेल भी भेजा।

जानिए पूरा मामला
जानकारी के अनुसार मामला शास्त्रीनगर का है। जहां के निवासी सरोज ने जून-2017 में सोनू नाम के एक युवक के खिलाफ खरखौंदा थाने में केस दर्ज कराने के लिए शिकायत दी थी। मामला यह था कि सरोज ने सोनू को शादी के लिए 20 हजार रुपए उधार दिए थे। लेकिन जब वक्त बीतने के बाद भी रुपए वापस नहीं किए तो सरोज ने कानून की मदद ली। पुलिसवालों ने महिला की मदद के बजाय उसी को आरोपी बना डाला।

पुलिस ने दी मानसिक और शारीरिक यातनाएं
पीड़िता सरोज ने बताया कि थानेदार संदीप कुमार सिंह ने गांव के ग्राम प्रधान बाबूराम के इशारे पर उसे थाने बुलाया और फिर हवालात में डालकर थर्ड डिग्री दी। सरोज ने बताया कि उसे लाठी-डंडों से केवल पीटा गया, उसे मानसिक और शारीरिक यातनाएं भी दीं। थानेदार ने उसके खिलाफ फर्जी मुकदमा दर्ज करके जेल भेज दिया।

4 महीने बाद मिला न्याय
महिला के वकील नरेश कुमार ने बताया कि पुलिस की थर्ड डिग्री की शिकार सरोज की जेल में हालत बिगड़ी तो उसे पहले जेल के अस्पताल में भर्ती कराया गया। 4 दिन जेल में काटने के बाद सरोज कई अस्पतालों में महीनों तक अपना इलाज कराती रही। इसी दौरान सरोज न्याय की गुहार लगाने एसएससी एसटी कोर्ट में पहुंची। जहां 4 महीने बाद कोर्ट ने महिला को न्याय दिया और ऐतिहासिक फैसला सुना दिया। एससी/एसटी स्पेशल कोर्ट ने थानेदार समेत पूरे थाने के पुलिसकर्मियों के खिलाफ केस दर्ज करने का आदेश किया है। 


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