जिला पंचायत बनी हॉटकेक, उपचुनाव के लिए SP और BJP में होगी जंग

punjabkesari.in Wednesday, Jan 10, 2018 - 01:54 PM (IST)

आगरा: सत्ता की कुर्सी कहा जाने वाला जिला पंचायत अध्यक्ष का पद ताजनगरी आगरा में सबसे हॉट बना हुआ है। इस पद पर समाजवादी पार्टी ने कब्जा किया था, जो सत्ता परिवर्तन के साथ बदल गया लेकिन अब जिला पंचायत के पद पर भाजपा की नजर है। जिला पंचायत के लिए आगरा में उपचुनाव होना है हालांकि इस उपचुनाव की तारीख अभी नहीं आई है लेकिन उपचुनाव से पहले यहां बड़ा कारनामा हो रहा है जिसमें आगरा के करीब 3 दर्जन जिला पंचायत सदस्य इन दिनों जनपद से नदारद हैं।

जानकारी के मुताबिक सत्तारूढ़ पार्टी के नेता इस पद को किसी भी कीमत पर छोड़ना नहीं चाहते हैं इसलिए सदस्य नए साल का जश्न मनाने जनपद से बाहर भेज दिए गए हैं। आगरा में जिला पंचायत के उपचुनाव में जिला पंचायत सदस्यों की चांदी नजर आ रही है। 2 साल पहले जब पंचायत अध्यक्ष का चयन होना था, तब सदस्यों की खरीद-फरोख्त का मामला उछला था। सूत्रों के मुताबिक करीब 15 लाख रुपए में एक सदस्य की कीमत लगी थी, इसके बाद निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष कुशल यादव के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश करने के दौरान सत्तारूढ़ खेमे ने करोड़ों रुपए खर्च किए।

अविश्वास प्रस्ताव के लिए वोटिंग के समय ही सीधे जिला पंचायत भवन में सदस्यों को एक बस से लाया गया, जहां अविश्वास प्रस्ताव पास हुआ। इसके बाद भी जिला पंचायत की मलाई कट रही है। जिला पंचायत सदस्य अब नए साल का जश्न मनाने के लिए शहर से बाहर हैं। गौरतलब है कि जिला पंचायत में 5 साल का कार्यकाल होता है। इस कार्यकाल में जो बजट निर्धारित है, वे करीब 20 करोड़ रुपए का है लेकिन शासन द्वारा इसे बढ़ाया भी जा सकता है। ये बजट ग्राम्य विकास कार्यों, सड़क, नाली, खड़ंजा, हैंडपम्प आदि कामों में इस्तेमाल किया जाता है लेकिन इस चुनाव में जो खर्च होता है उस पर राजनीति विशेषज्ञों का मानना है कि वे इस बजट से कहीं अधिक है।

सूत्र बताते हैं कि इस बार अविश्वास प्रस्ताव पेश होने से पहले 15 लाख रुपए से अधिक एक सदस्य पर खर्च हुए। इसके बाद जब उपचुनाव में वोटिंग होगी, तब इतना ही रुपया एक-एक सदस्य पर खर्च होने की संभावनाएं है। जनपद में कुछ 52 जिला पंचायत सदस्य हैं और करीब 3 दर्जन सदस्य सत्तारूढ़ पार्टी के समर्थन में हैं। यही वजह है कि सत्ता के गलियारों में महज अपना रुतबा कायम रखने के लिए लाखों रुपए एक-एक सदस्य पर खर्च किए जा रहे हैं जिसमें उपचुनाव से पहले जिला पंचायत सदस्यों का आगरा आने का प्लॉन नजर नहीं आ रहा है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News

static