चिकित्सकों की कमी मरीजों पर पड़ रही भारी

punjabkesari.in Tuesday, Oct 17, 2017 - 10:58 AM (IST)

रुड़की: सिविल अस्पताल चिकित्सकों की कमी का खमियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। चिकित्सकों के न होने की वजह से मरीजों को प्राइवेट अस्पतालों में जाना पड़ रहा है। जहां चिकित्सकों की फीस और महंगी दवाई से गरीब मरीजों पर आर्थिक बोझ पड़ रहा है। राजकीय चिकित्सालय में फिजीशियन के न होने से मरीजों को सबसे ज्यादा दिक्कत हो रही है।

डेंगू, मलेरिया, बुखार, टीबी व हृदय रोग आदि से पीड़ित मरीज उपचार के लिए अस्पताल में आते हैं, लेकिन बुखार आदि को छोड़कर अन्य रोगों से पीड़ित मरीजों को मात्र इसलिए रैफर कर दिया जाता है, क्योंकि अस्पताल में फिजीशियन ही नहीं है। इसी तरह से त्वचा रोग विशेषज्ञ भी करीब एक साल से अस्पताल में नहीं है।

इसी तरह से अस्पताल में महिला रोग विशेषज्ञ भी नहीं है। केवल एक ही महिला चिकित्सक है वह भी छुट्टी पर हैं। ऐसे में गर्भवती महिलाएं व अन्य रोग से पीड़ित महिला मरीजों को अस्पताल में उपचार नहीं मिल पा रहा है।

सीएमएस डा. अरविन्द कुमार मिश्रा ने बताया कि चिकित्सकों की कमी कारण काफी दिक्कत हो रही है। शासन को फिजीशियन, त्वचा रोग विशेषज्ञ और स्त्री रोग विशेषज्ञ न होने की बात लिखी जा चुकी है, लेकिन अभी तक चिकित्सकों की तैनाती नहीं हो पाई है।


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