मायावती के बी प्लान से मौर्य और आर.के. चौधरी की कमी होगी पूरी

punjabkesari.in Wednesday, Jul 20, 2016 - 11:35 AM (IST)

आगरा: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 को लेकर बहुजन समाज पार्टी तैयारियों में जुट गई है। पार्टी के 2 दिग्गज नेता स्वामी प्रसाद मौर्य और आर.के. चौधरी के जाने के बाद पार्टी हाईकमान को यह डर सता रहा था कि इन नेताओं की कमी आखिर पूरी कैसे होगी, अब बसपा इसका तोड़ निकालने की कोशिश में लग गई है। बसपा सुप्रीमो ने बड़े चेहरों की जगह अपनी पार्टी के छोटे चेहरों को मैदान में उतार दिया है।

बसपा सुप्रीमो के निर्देशानुसार अब हर क्षेत्र में जातिवार मीटिंग होगी और इन मीटिंग में बसपा जाति के हिसाब से ही अपने कार्यकर्त्ताओं को जातिवार वोट बैंक में सेंध लगाएगी। स्वामी प्रसाद मौर्य और आर.के. चौधरी के जाने के बाद बसपा सुप्रीमो पार्टी में हुई क्षति की भरपाई में लगी हुई हैं। यू.पी. मिशन 2017 में किस प्रकार जीत हासिल करनी है, इसे लेकर अब बसपा सुप्रीमो मायावती ने नई रणनीति बनाई है। इस नई रणनीति के तहत माया ने संगठनों की बैठकों के अलावा हर क्षेत्र में जातिवार बैठकों की जिम्मेदारी भी तय की है।

पार्टी सुप्रीमो की इसके पीछे मंशा सिर्फ इतनी है कि बसपा को हर घर तक नहीं, बल्कि हर दिल तक पहुंचा दिया जाए। बसपा सुप्रीमो ने इस प्लान को जमीन पर उतारने के बाद मॉनीटरिंग की जिम्मेदारी अपने हाथों में ली है। इसके साथ ही हर सीट पर पैनी नजर रखने के लिए बसपा सुप्रीमो ने अपने तमाम प्रमुख सिपहसालारों की फौज भी उतारी है।

इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि कानपुर, लखनऊ सहित कई जोन देखने वाले पार्टी के वरिष्ठ नेता नसीमुद्दीन सिद्दकी को रिजर्व सीटों पर मुस्लिम समाज को जोडऩे की जिम्मेदारी अलग से दी गई है। 29 जुलाई को वे इसी सिलसिले में आगरा में भी आ रहे हैं। जिला स्तर पर भी पार्टी ने प्रभारियों की तैनाती की है।