तो क्या कांग्रेस में जुगाड़ वालों को ही टिकट मिलेगा?

punjabkesari.in Thursday, Jun 23, 2016 - 02:40 PM (IST)

आगरा: यू.पी. विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस में टिकट को लेकर गहमागहमी शुरू हो चुकी है। एक तरफ जहां यू.पी. प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने ऐलान किया है कि इस बार टिकट पाने के लिए कोई जुगाड़ नहीं चलेगा, जिलाध्यक्ष से आने वाले आवेदन ही स्वीकार किए जाएंगे तो वहीं आगरा कांग्रेस से कई ऐसे चेहरे हैं, जिन्होंने जुगाड़ लगाकर सीधे तौर पर आवेदन किया है।

कांग्रेस के फ्रंटल संगठन के एक पदाधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि कांग्रेस से बिना जुगाड़ के टिकट किसी को नहीं मिलता है। जिलाध्यक्ष को दिए गए आवेदन धरे के धरे रह जाएंगे, टिकट उन्हीं को मिलेगा, जो गणेश परिक्रमा में माहिर हैं। उन्होंने लोकसभा चुनाव 2014 का जिक्र करते हुए बताया कि उस चुनाव के दौरान भी टिकट को लेकर कांग्रेस में बहुत से नियम बने थे, लेकिन जब टिकट का उम्मीदवार घोषित हुआ, तो सब कांग्रेसियों के होश उड़ गए, क्योंकि जो उपेन्द्र सिंह दूर-दूर तक नहीं थे, पार्टी ने उन्हें उम्मीदवार घोषित कर दिया था।

कांग्रेस जिलाध्यक्ष दुष्यंत शर्मा से जब इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने बताया कि यू.पी. प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने जो निर्देश दिए हैं, उन्हें कोई नहीं काट सकता है। टिकट के लिए कोई जुगाड़ का खेल नहीं चलेगा। इसके लिए पार्टी हाईकमान के निर्देश भी हैं। गणेश परिक्रमा वालों के नंबर कटेंगे न कि बढेंग़े। उन्होंने बताया कि अभी तक जो आवेदन आए हैं, वे प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यालय भेजे जा चुके हैं, अब किसी का आवेदन स्वीकार नहीं किया जाएगा।

शीला दीक्षित के सहारे कई कांग्रेसी
अभी प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष के लिए जिस प्रकार शीला दीक्षित का नाम चला, तो आगरा के कई कांग्रेसी शीला दीक्षित की शरण में पहुंच चुके हैं। कारण है कि शीला दीक्षित से आगरा के पुराने कांग्रेसियों के बहुत अच्छे संबंध भी हैं। उनके पति विजय कुमार दीक्षित जब आगरा में जिलाधिकारी बनकर रहे थे, तो उस समय शीला दीक्षित के साथ इन कांग्रेसियों को काम करने का मौका मिला। उस समय शीला दीक्षित के साथ को अब ये कांग्रेसी भुनाने के प्रयास में जुटे हैं।