इस गांव में खुलेआम तैयार की जा रही है बारूद की फसल

punjabkesari.in Tuesday, Oct 25, 2016 - 05:18 PM (IST)

आगरा: आगरा जनपद के एत्मादपुर तहसील के अन्र्तगत घौर्रा, खरगा आदि गांवों में खुलेआम बारूद की फसल तैयार की जा रही है। दिवाली के लिए पटाखे और बम बेखौफ बनाए जा रहे हैं। इस मौत के कारोबार में हर उम्र के लोग लगे हुए हैं। अधिकांश रूप से बच्चों का इस्तेमाल किया जाता है। बच्चे बम बनाने का काम करते हैं। बम बनाकर खेतों में उनको सुखाया जाता है। इसके बाद पैकिंग करके बाजारों में भेजा जाता है। हैरत की बात है कि इस सबसे आगरा प्रशासन बेखबर है। प्रशासन को भनक तक नहीं लगती है कि एत्मापुर के गांवों में बारूद की खेती लहलहा रही है। जब यहां धमाके होते हैं तब प्रशासन की नींद टूटती है। 

आगरा के इन गांव में यह मौत का कारोबार नया नहीं है। यह कई सालों से चला आ रहा है। बकायदा प्रशासन द्वारा सात लोगों को पटाखे बनाने का लाईसेंस भी दिया है। प्रशासन ने केवल सात लोगों को लाईसेंस दिए हैं जबकि गांव के हर घर में पटाखे और बम तैयार किए जा रहे हैं। घर के सभी लोग इस कारोबार में लगे हुए हैं। शिक्षा की बात करने पर इन बच्चों ने बताया कि उनके लिए तो यही शिक्षा है। पढऩे लिखने के बाद नौकरी तो मिलती नहीं है। इस धंधे को सीखकर कम से कम अपना परिवार तो चला सकते हैं। 

बारूद के इस कारोबार में हर साल धमाके भी होते हैं। धमाके होने पर आगरा प्रशासन की फौज भी पहुंचती है। कई लोगों की जाने भी चली जाती हैं। हादसे के दौरान जिले के सभी अधिकारी इन गांवों की ओर दौड़ लगा लेते हैं लेकिन कुछ दिन बाद सब कुछ भूल जाते हैं। फिर दुबारा से वहीं मौत का कारोबार शुरू हो जाता है।​ हालांकि पुलिस अधिकारी इस मामले में किसी तरह की लापरवाही न बरतने की बात कह रहे हैं।  ​

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