शहीद जवानों पर राजनीति करना गलत: राम नाईक

punjabkesari.in Sunday, Oct 23, 2016 - 10:41 AM (IST)

इलाहाबाद: उत्तरप्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी में अंतर्कलह पर प्रतिक्रिया जताते हुए राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि ‘अभी तक संवैधानिक संकट नहीं है’ लेकिन स्पष्ट किया कि अगर हस्तक्षेप करने की स्थिति बनती है तो कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी। 

सरकार के समक्ष कोई संवैधानिक संकट नहीं
नाईक ने यहां संवाददाताओं से कहा कि राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी के अंदर जो चल रहा है उससे मैं अवगत हूं। यह कहा जा सकता है कि राज्य में अभी तक सरकार के समक्ष कोई संवैधानिक संकट नहीं है। अगर भविष्य में इस तरह का संकट उभरता है तो कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी। सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव, उनके बेटे मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और भाई तथा राज्य इकाई के अध्यक्ष शिवपाल यादव के बीच चल रहे तनाव को लेकर राज्यपाल सवालों का जवाब दे रहे थे। 

सपा पार्टी के अंदर विभाजन की संभावना
मुलायम परिवार के बीच पिछले कुछ समय से तनाव बना हुआ है और पार्टी के अंदर विभाजन की संभावना है। सपा के विधान परिषद् सदस्य और अखिलेश के नजदीकी उदयवीर सिंह को ‘अशिष्ट’ व्यवहार के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया। कुछ दिनों पहले उन्होंने मुलायम को पत्र लिखकर उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने का सुझाव दिया था।

उरी आतंकवादी हमले पर बोले राम नाईक
उरी आतंकवादी हमले के बाद सेना द्वारा किए गए लक्षित हमले को लेकर हुए राजनीतिक आरोप...प्रत्यारोप पर उन्होंने कहा कि ‘इस तरह के सैन्य अभियान’ पहले भी हुए हैं। उन्होंने कहा कि लेकिन पहले कभी भी हमने इन्हें राजनीतिक प्रयोजन के लिए हथकंडा बनते नहीं देखा। एेसा नहीं होना चाहिए। नाईक स्वतंत्रता सेनानी अशफाकउल्ला खान की 116वीं जयंती में हिस्सा लेने के लिए यहां आए थे।

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