सीधे प्रियंका से बात करने के आदी, अमेठी को नहीं भा रहे है PK

punjabkesari.in Sunday, Jul 03, 2016 - 01:36 PM (IST)

अमेठी: उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की बुनियाद मजबूत करने की कवायद में जुटे पार्टी के नए रणनीतिकार प्रशांत किशोर (पीके) की टीम ने गांधी परिवार के सबसे मजबूत गढ अमेठी का दौरा कर स्थानीय जनता की नब्ज टटोलने की कोशिश की हालांकि गांधी परिवार से सीधे गुफ्तगू करने की आदी अमेठी के बाशिंदो की निगाहें इस दौरान प्रियंका गांधी बढेरा को खोजती रही।

पीके की टीम के सदस्यों के लिए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र अमेठी का दौरा अनूठे अनुभव का अहसास कराने वाला हो सकता है। स्थानीय नेताओं का कहना है कि एक अरसे से चुनाव के समय यहां प्रचार की कमान आमतौर पर प्रियंका संभालती हैं। बीते 4 महीनों में प्रियंका का यहां आने का कार्यक्रम कई बार बनकर अपरिहार्य कारणों से निरस्त हुआ है।

पीके की टीम ने गौरीगंज में जिला कांग्रेस कमेटी और ब्लाक अध्यक्षों के साथ लम्बी बैठक की मगर सूत्र बताते है कि इस बैठक का नतीजा सिफर ही रहा। दरअसल, अमेठी के कांग्रेस नेताओं के मन में इस बात को लेकर गुरूर रहता है कि वह सोनिया, राहुल व प्रियंका से सीधे जुड़े है। 

पार्टी सूत्रों ने बताया कि पिछले करीब 2 दशकों से यहां चुनाव प्रचार की कमान प्रियंका गांधी बढेरा के हाथों में रही है। यहां तक कि उनकी मां सोनिया गांधी अमेठी से चुनाव लड़ी थी तो उस समय भी प्रियंका ने यहां भरपूर समय दिया था और अपने भाई राहुल गांधी के लिए तो वह चुनावी एजेंट की भूमिका भी निभा चुकी है।

उन्होने बताया कि ऐसा पहली बार है कि प्रियंका की बजाए पीके की टीम अमेठी को डील कर रही है। पीके की टीम को यहां के नेता विशेष महत्व नही दे रहे है मगर उन्हे अच्छी तरह पता है कि राज्य के बाकी इलाकों की तरह अमेठी और रायबरेली में भी वही होगा जो पीके की टीम चाहेगी।

टीम ने यहां स्थानीय पदाधिकारियों के संग लम्बी बातचीत की और उन्हें चेताया कि वे भरपूर मेहनत करें ताकि पिछले विधानसभा चुनाव में पार्टी की करारी हार की पुनरावृत्ति न/न हो सके। रविवार को भी टीम वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं और कांग्रेस से जुडे संगठनों के पदाधिकारियों के साथ भी बैठक करेगी।