बिहार में इंसेफेलाइटिस का कहर जारी, अब तक 108 बच्चे गंवा चुके हैं जान

punjabkesari.in Tuesday, Jun 18, 2019 - 11:51 AM (IST)

पटना/मुजफ्फरपुरः बिहार में चमकी बुखार से अब तक 108 बच्चे दम तोड़ चुके हैं। चमकी बुखार से पीड़ित ज्यादातर मरीज मुजफ्फरपुर के सरकारी श्रीकृष्णा मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल और केजरीवाल अस्पताल में दाखिल हैं। सोमवार को मुख्यमंत्री ने हालात की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
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हालात की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को दिए निर्देश
बिहार के मुख्य सचिव दीपक कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य मंत्री सहित अन्य विभागीय अधिकारियों के साथ इस बात की समीक्षा की कि मुजफ्फरपुर में AES के मामले कम हो रहे हैं कि नहीं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने AES से बीमार बच्चों को ले जाने वाली एंबुलेंस के भाडे़ के भुगतान, निजी अस्पतालों में भर्ती बच्चों का इलाज सरकारी खर्च पर कराने और बच्चे की मौत होने पर सीएम सहायता कोष से अभिभावक को 4 लाख रुपये दिए जाने का निर्णय किया। इसे लागू किया जाना प्रारंभ हो चुका है। 
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दीपक ने बताया कि पिछले साल इस रोग से ग्रसित अस्पतालों में भर्ती बच्चों में से मृत बच्चों की तुलना में इस वर्ष 26% कम बच्चों की मौत हुई है, लेकिन पूरे तंत्र के मुस्तैद होने के बाद भी 100 से अधिक बच्चों की मौत दुर्भाग्यपूर्ण है। मुख्य सचिव ने कहा कि सीएम ने यह भी निर्णय लिया कि जिन बच्चों की इस रोग से मौत हुई है, उनके सामाजिक एवं आर्थिक पृष्ठभूमि की जानकारी हासिल करने के लिए उनके घरों में कल से सरकारी महकमे की एक टीम जाएगी। टीम यह पता लगाएगी कि बच्चे की मौत कहीं कुपोषण या किसी अन्य कारण से तो नहीं हुई।
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वहीं मुजफ्फरपुर के सिविल सर्जन डॉ. शैलेश प्रसाद ने बताया कि सोमवार देर शाम मस्तिष्क ज्वर सहित अन्य अज्ञात बीमारी से मरने वाले बच्चों की संख्या बढ़कर 107 हो गई, जबकि जनवरी से अब तक कुल 440 बच्चे इस बीमारी की चपेट में आए हैं।


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Deepika Rajput

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