थमने का नाम नहीं ले रहा चमकी बुखार का कहर, अब तक बिहार में 163 लोगों की मौत

punjabkesari.in Sunday, Jun 23, 2019 - 11:12 AM (IST)

पटनाः बिहार में चमकी बुखार का कहर लगातार जारी है। चमकी बुखार से मरने वालों की संख्या 163 तक पहुंच चुकी है जबकि मुजफ्फरपुर के एमकेएमसीएच में मरने वालों का आंकड़ा 127 तक पहुंच चुका है। इसके चलते राज्य की नीतीश सरकार लगातार विरोधियों के निशाने पर है।

वहीं शनिवार को एमकेएमसीएच के निकट से मानव कंकाल बरामद हुए हैं। नरकंकाल मिलने से प्रशासन में हड़कंप मच गया है। अस्पताल प्रशासन के द्वारा टीम गठित कर मामले की जांच करने की बात कही जा रही है। यह वही अस्पताल है जहां चमकी बुखार से अब तक 127 बच्चों की मौत हो चुकी है। 

क्या है इंसेफेलाइटिस 
यह एक दिमागी बुखार है जो कि वायरल संक्रमण की वजह से फैलता है। यह मुख्य रुप से गंदगी में पनपता होता है। जैसे ही यह हमारे शरीर के सपंर्क में आता है वैसे ही यह दिमाग की ओर चला जाता है। यह बीमारी ज्यादातर 1 से 14 साल के बच्चे एवं 65 वर्ष से ऊपर के लोग इसकी चपेट में आते हैं।

ये हैं बीमारी के लक्षण
डॉक्टरों का कहना है कि इससे बुखार, सिरदर्द, ऐंठन, उल्टी और बेहोशी जैसी समस्याएं पैदा हो जाती हैं। रोगी का शरीर निर्बल हो जाता है। वह प्रकाश से डरता है। कुछ रोगियों के गर्दन में जकड़न आ जाती है। डॉक्टरों के अनुसार, कुछ रोगी लकवा के भी शिकार हो जाते हैं।

इंसेफेलाइटिस से बचने के तरीके
इंसेफेलाइटिस से बचने के लिए समय से टीकाकरण करवाना चाहिए। आसपास साफ-सफाई रखनी चाहिए। गंदे पानी के संपर्क में आने से बचना चाहिए। इस बीमारी से बचने के लिए मच्छरों से बचाव करें और घरों के आस पास पानी न जमा होने दें। बारिश के मौसम में बच्चों को बेहतर खान-पान दें।

prachi