बिहार में चमकी बुखार से मरने वालों की संख्या बढ़कर हुई 84

punjabkesari.in Sunday, Jun 16, 2019 - 03:22 PM (IST)

मुजफ्फरपुरः बिहार में चमकी बुखार का तांडव लगातार जारी है। इस बीमारी से अब तक मुजफ्फरपुर के दो अस्पतालों में कुल 84 बच्चों की मौत हो चुकी है। वहीं सीएम नीतीश कुमार बच्चों की मौत पर संवेदना जाहिर की है। उन्होंने मृतक बच्चों के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से शीघ्र ही 4-4 लाख रूपये अनुग्रह अनुदान देने का निर्देश दिया है। साथ ही उन्होंने स्वास्थ्य विभाग, जिला प्रशासन एवं चिकित्सकों को हरसंभव कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।

जानिए, क्या है इंसेफेलाइटिस 
यह एक दिमागी बुखार है जो कि वायरल संक्रमण की वजह से फैलता है। यह मुख्य रुप से गंदगी में पनपता होता है। जैसे ही यह हमारे शरीर के सपंर्क में आता है वैसे ही यह दिमाग की ओर चला जाता है। इस बीमारी की चपेट में 1 से 14 साल के बच्चे एवं 65 वर्ष से ऊपर के लोग आते हैं।

बीमारी के लक्षण
डॉक्टरों का कहना है कि इससे बुखार, सिरदर्द, ऐंठन, उल्टी और बेहोशी जैसी समस्याएं पैदा हो जाती हैं। रोगी का शरीर निर्बल हो जाता है। वह प्रकाश से डरता है। कुछ रोगियों के गर्दन में जकड़न आ जाती है। डॉक्टरों के अनुसार, कुछ रोगी लकवा के भी शिकार हो जाते हैं।

बचाव के तरीके
इंसेफेलाइटिस से बचने के लिए समय से टीकाकरण करवाना चाहिए। आसपास साफ-सफाई रखनी चाहिए। गंदे पानी के संपर्क में आने से बचना चाहिए। इस बीमारी से बचने के लिए मच्छरों से बचाव करें और घरों के आस पास पानी न जमा होने दें। बारिश के मौसम में बच्चों को बेहतर खान-पान दें।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Deepika Rajput

Recommended News

Related News

static