अधिवक्ता चितरंजन सिन्हा का बेंगूलुरु में निधन, चारा घोटाला मामले में लालू की करते थे पैरवी

punjabkesari.in Tuesday, Jun 02, 2020 - 11:33 AM (IST)

 

पटनाः बिहार के बहुचर्चित चारा घोटाला मामले में लालू प्रसाद यादव की ओर से पैरवी करने वाले वरिष्ठ अधिवक्ता चितरंजन सिन्हा का सोमवार को बेंगूलुरु के एक अस्पताल निधन हो गया। वह लगभग 70 वर्ष के थे।

जानकारी के अनुसार, चितरंजन सिन्हा फेफड़े के कैंसर से पीड़ित थे और पिछले एक महीने से कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के एक अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। इलाज के दौरान ही सोमवार शाम साढ़े 4 बजे उनका निधन हो गया। उनके परिवार में पत्नी, एक पुत्र और एक पुत्री है।

आज बेंगलुरु में होगा अंतिम संस्कार
वहीं सूत्रों ने बताया कि अधिवक्ता का अंतिम संस्कार मंगलवार को बेगलुरु में संपन्न होगा। उनकी पुत्री और दामाद बेंगलुरु में ही रहते हैं। वहीं, उनका पुत्र ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में नौकरीरत हैं। कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए जारी लॉकडाउन में अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध के कारण अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाएंगे।

आपराधिक मामलों के जानकार थे स्वर्गीय सिन्हा
ता दें कि कि स्वर्गीय सिन्हा आपराधिक मामलों के जानकार और जुझारू वकील के रूप में प्रतिष्ठित थे। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के मुकदमों के अलावा कई अन्य राजनीतिज्ञों के मुकदमों में उन्होंने निचली अदालत से लेकर उच्चतम न्यायालय तक बहस कर अपनी एक अलग पहचान बनाई थी।

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