शादी के 1 साल बाद पहली बार लालू ने देखा था राबड़ी का चेहरा, कही थी ये बात

punjabkesari.in Saturday, Apr 06, 2019 - 02:29 PM (IST)

पटनाः बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की पुस्तक 'गोपालगंज टु रायसीना: माइ पॉलिटिकल जर्नी' का जल्द ही लोकार्पण होने जा रहा है। इस पुस्तक में लालू ने अपने राजनीतिक जीवन के साथ ही निजी जीवन से जुड़ी कुछ बातों को साझा किया है। लालू यादव ने किताब में अपनी पत्नी राबड़ी देवी से हुई अपनी पहली मुलाकात का भी जिक्र किया है। 

साल 1973 में बसंत पंचमी के दिन हुई थी लालू-राबड़ी की शादी 
लालू यादव ने लिखा है कि उनकी राबड़ी देवी से शादी साल 1973 में बसंत पंचमी के दिन हो गई थी लेकिन गौने की रस्म के चलते मार्च, 1974 में राबड़ी देवी दुल्हन के रुप में पहली बार उनके फुलवारिया स्थित घर में आईं थी। उसी दिन लालू यादव ने राबड़ी देवी को पहली बार देखा था। लालू ने लिखा कि जब मैंने उन्हें पहली बार देखा, तो उस वक्त उन्होंने एक सामान्य सी दुल्हनों वाली साड़ी पहनी हुई थी। 

पहली मुलाकात पर कही थी ये बात 
लालू प्रसाद यादव ने लिखा कि मैं उनके पास गया और उनसे कहा कि मैं बिहार के एक बड़े आंदोलन का नेता हूं, जयप्रकाश नारायण हमारे नेता हैं। मुझे 18 मार्च को किसी भी हाल में पटना पहुंचना है। यदि मैं समय पर नहीं पहुंच सका तो मुझे झूठा और बिका हुआ घोषित कर दिया जाएगा। राजद अध्यक्ष ने आगे लिखा कि उन्होंने राबड़ी देवी को कहा कि वहां आंदोलन में कुछ भी हो सकता है मुझे गिरफ्तार किया जा सकता है और जेल में डाला जा सकता है। मुझे तुम्हारे सहयोग की जरुरत है। उन्होंने बताया कि राबड़ी ने कुछ नहीं कहा। यह पहली बार था, जब मेरी उनसे बात हुई थी।

गौरतलब है कि ऑटोबायोग्राफी में लालू ने दावा किया है कि नीतीश कुमार भाजपा में जाने के 6 महीने बाद ही दोबार महागठबंधन में आना चाहते थे। लालू ने कहा कि मैंने उन्हें ऐसा करने से मना कर दिया। लालू का कहना है कि इस बारे में बात करने के लिए जदयू के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर पांच बार मुझसे मिले थे।

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