निर्भया को मिला इंसाफः अक्षय के गांव में दिखी मिली-जुली प्रतिक्रिया, परिजनों ने नहीं खोला दरवाजा

punjabkesari.in Friday, Mar 20, 2020 - 01:17 PM (IST)

औरंगाबादः निर्भया के चारों दोषियों को आज सुबह 5 बजकर 30 मिनट पर तिहाड़ जेल में फांसी के फंदे पर लटका दिया गया। इन चारों में एक अक्षय नाम का दोषी बिहार के औरंगाबाद जिले का रहने वाला था। अक्षय को फांसी मिलने के बाद गांव में मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही थी। वहीं बेटे को फांसी मिलने के बाद दोषी अक्षय के माता-पिता ने अपने घर का दरवाजा तक नहीं खोला।

औरंगाबाद जिले के गांव लहंग करमा में अक्षय को फांसी दिए जाने के बाद जहां एक तरफ लोगों ने खुशी जाहिर की, वहीं दूसरी तरफ कई लोगों में नाराजगी दिखी। अक्षय ठाकुर के गांव में अधिकत्तर लोग अपने घरों में ही बंद हैं। साथ ही गांव की गलियां भी सूनी पड़ी हैं। गांव में जो लोग नजर भी आ रहे हैं वो अक्षय ठाकुर को फांसी दिए जाने पर कुछ भी बोलने से इंकार कर रहे हैं। वहीं कई ग्रामीणों के द्वारा यह भी चर्चा हो रही थी की पत्नी के द्वारा औरंगाबाद कोर्ट में तलाक की अर्जी दाखिल की गई है। इसी के चलते फांसी की सजा टल भी सकती है।

बता दें कि अक्षय ठाकुर दिल्ली में बस कंडक्टर का काम करता था। 16 दिसंबर 2012 घटना को अंजाम देने के बाद वह भाग गया था लेकिन पुलिस के द्वारा उसे 5 दिन के बाद अपने गांव से ही गिरफ्तार कर लिया गया था।


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Nitika

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