मुजफ्फरपुर कांड में CBI का खुलासा, लड़कियों से गंदे गानों पर जबरदस्ती डांस करवाती थी मधु

punjabkesari.in Monday, Jan 07, 2019 - 04:26 PM (IST)

पटना: मुजफ्फरपुर शेल्टर होम केस (Muzaffarpur Shelter Home Case) में 19 दिसंबर को सीबीआई (CBI) ने जो चार्जशीट (Charge sheet) दायर की है उसमें ब्रजेश ठाकुर  (Brajesh Thakur) के बाद मधु (Madhu) सबसे बड़ी आरोपी है। आरोप पत्र में यह साफ कहा गया है कि शाइस्ता परवीन उर्फ मधु ब्रजेश ठाकुर (Shaista Parveen alias Madhu Brajesh Thakur) की खास राजदार थी और एनजीओ सेवा संकल्प और विकास समिति ( NGO Seva Sankalp Aur Vikas Samiti) के प्रबंधन से जुड़ी थी। यह लड़कियों को सेक्स की शिक्षा (Sex education) देती थी और गंदे गाने पर डांस (Dancing on dirty songs) करने को विवश (Constrained) करती थी। ‘सेवा संकल्प एवं विकास समिति’ वही आश्रय गृह (Shelter Home) है जहां रहने वाली लड़कियों का यौन शोषण हुआ था।

शाइस्ता परवीन उर्फ मधु इतनी क्रूर (Brutal) है कि वह बालिका गृह की नाबालिग बच्चियों को भोजपुरी गाना 'जब मैं आई सुहाग वाली रतिया' जैसे अश्लील गानों पर नचाती थी। सीबीआई की ओर से दाखिल चार्जशीट से यह भी खुलासा हुआ है कि मधु इससे मना करने वाली लड़कियों को सजा के तौर पर नमक रोटी खाने को देती थी, और जो डांस करती थी उसे बेहतर खाना मिलता था। ब्रजेश ठाकुर ने अपने शहर के समुदाय पर आधारित संगठन वामा शक्ति वाहिनी (Wama Shakti Vahini) की कमान मधु को दे रखी थी।

मधु के माध्यम से ब्रजेश ठाकुर ने कई एनजीओ खोली और समाज कल्याण विभाग (Social Welfare Department) में अपनी पैठ बनाई। बाद में दोनों ने मिलकर बालिका सुधार गृह खोला और कई तरह के गैरकानूनी कामों को अंजाम (Execution of illegal acts) दिया। मधु को पहले शाइस्ता के नाम से जाना जाता था। वह मुजफ्फरपुर के रेडलाइट इलाके (Redlight area) चतुर्भुज स्थान की निवासी थी और कुछ साल पहले ठाकुर के संपर्क में आई थी। रेड लाइट इलाके से छुड़ाई गई लड़कियों के पुनर्वास (Rehabilitation) के लिए एक अभियान (The campaign) चलाया गया था, इसके बाद वह ब्रजेश ठाकुर के करीब आई थी।

Deepika Rajput