CM योगी ने विपक्ष पर CAA को लेकर भ्रम फैलाने का लगाया आरोप, कही ये बात

punjabkesari.in Tuesday, Jan 14, 2020 - 05:33 PM (IST)

गयाः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को लेकर भ्रम फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि राष्ट्र विरोधी ताकतें ऐसे समय में लोगों को गुमराह कर रही हैं जब भारत श्रेष्ठ बनने की ओर अग्रसर है। भाजपा नेता ने सीएए के समर्थन में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह किसी की नागरिकता छीनने वाला भी नहीं बल्कि नागरिकता देने वाला कानून है। उन्होंने दावा किया कि इस कानून से किसी को भी भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जिस कानून को संशोधित कर लाने में अहम भूमिका निभाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं गृहमंत्री अमित शाह का अभिनंदन किया जाना चाहिए लेकिन विपक्ष और कुछ मुट्ठी भर लोगों द्वारा इस कानून के विरोध में भ्रम फैलाया जा रहा है। ये लोग एक समुदाय विशेष को गुमराह करने में लगे हुए हैं लेकिन झूठ कितना भी फैलाया जाए, वह कभी सच नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि राष्ट्र विरोधी ताकतें ऐसे समय में लोगों को गुमराह करने में लगी हैं जब भारत श्रेष्ठ बनने की ओर अग्रसर है।

भाजपा नेता ने देश के विभाजन के लिए कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि वर्ष 1947 में विभाजन हो रहा था तो हिंदुओं, बौद्धों सहित अन्य संप्रदाय के लोगों ने इसका विरोध किया था। विभाजन के बाद से भारत मे मुसलमानों की आबादी जहां छह से सात प्रतिशत बढ़ी है वहीं पाकिस्तान में हिंदुओं की आबादी मात्र एक प्रतिशत रह गई है। योगी आदित्यनाथ ने बताया कि वर्ष 1955 में नागरिकता कानून बनाया गया था, जो समय-समय पर संशोधित होता रहा है। उन्होंने कहा कि 31 दिसंबर 2014 के पहले जो भी पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बंगलादेश से प्रताड़ति होकर आए हैं उन्हें भारत की नागरिकता दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक के नाम पर अपमानित किया जाता था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उस तीन तलाक का ही तलाक करवा दिया। उन्होंने कहा कि अब मुस्लिम महिलाओं को न्याय मिलने से फतवों की दुकान बंद हो गई है इसलिए ये लोग विरोध कर रहे हैं।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 1952 में कांग्रेस की कुटिलता के कारण संविधान में अनुच्छेद 370 जोड़ दिया गया। बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने कहा था अनुच्छेद 370 जुड़ने से देश में अलगाववाद और आतंकवाद बढ़ेगा और यही हुआ लेकिन शाह और मोदी की जोड़ी ने इसे समाप्त कर दिया। इससे पाकिस्तान को डर लगने लगा है कि पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) कब भारत का अंग बन जाएगा।

 


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prachi

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