श्रमिकों की बदहाली के लिए कांग्रेस ने भाजपा-जदयू को ठहराया जिम्मेवार, लगाया ये आरोप

punjabkesari.in Saturday, May 30, 2020 - 04:37 PM (IST)

पटनाः कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने श्रमिकों की वर्तमान दुर्दशा और बदहाली के लिए भाजपा-जदयू की सरकार को जिम्मेवार ठहराया है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस सरकार ने अपने 15 वर्षों के कार्यकाल में पलायन रोकने और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया।

मिश्रा ने कहा कि नीतीश कुमार और सुशील मोदी ने अपने कार्यकाल में यदि बेहतर शिक्षा और रोजगार सृजन के अवसर पैदा किए होते तो लाखों की संख्या में श्रमिकों को रोजी-रोटी के लिए राज्य से बाहर जाना नहीं पड़ता और आज उन्हें जो कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है वह स्थिति नहीं आती। उन्होंने कहा कि 50 लाख से अधिक प्रवासी श्रमिकों को कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों के दबाव में बिहार लाने का फैसला सरकार ने लिया। वहीं दूसरी ओर प्रवासियों की इस संख्या ने यह भी साबित कर दिया है कि 15 वर्षों से सत्ता में बैठे लोगों ने मजदूरों श्रमिकों के रोजगार के लिए कोई कारगर कदम नहीं उठाया।

कांग्रेस नेता ने राज्य सरकार पर प्रवासी श्रमिकों के कल्याण के लिए वर्ष 1979 में बने कानून की अवहेलना और उपेक्षा का आरोप लगाते उपमुख्यमंत्री से सवाल किया कि वे बताएं कि इस कानून का अनुपालन क्यों नही किया गया। उन्होंने कहा कि सुशील मोदी को बताना चाहिए कि इस कानून के प्रावधानों के तहत विभिन्न राज्यों में रह रहे प्रवासियों की देखभाल और उनकी समस्याओं के समाधान के लिए राज्यवार इंस्पेक्टरों की प्रतिनियुक्ति क्यों नहीं की गई।

मिश्रा ने कहा कि नीतीश-मोदी की सरकार यह बताए कि 15 वर्षों में उन्होंने प्रवासी श्रमिकों के लिए क्या किया। उन्होंने कहा कि श्रमिकों के साथ सौतेला व्यवहार छोड़ कर राज्य सरकार को चाहिए कि उसे गरीबों, मजदूरों, प्रवासी श्रमिकों के खाते में 10 हजार रुपये अविलंब जमा कराए और उनके रोजगार के लिए भी कारगर उपाय करे।

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Ramanjot