DGP ने जमातियों को दी सख्त चेतावनी, कहा- अशोभनीय व्यवहार बर्दाश्त नहीं

punjabkesari.in Saturday, Apr 04, 2020 - 04:58 PM (IST)

पटनाः कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए सरकार तमाम व्यवस्था कर रही है। वहीं कुछ लोग लगातार लापरवाही करते दिख रहे हैं। बिहार पुलिस ने 345 ऐसे लोगों को कोरोना जांच में सहयोग की सख्त चेतावनी दी है, जो तब्लीगी मरकज से लौटकर बिहार आए। देशभर में जमात के लोगों के कोरोना संक्रमित होने की खबरों के बाद बिहार पुलिस की खुफिया शाखा को ऐसे 4597 लोगों की लिस्ट मिली थी, जिनके मोबाइल फोन की लोकेशन एक तय समय में दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी जमात के मुख्यालय के आसपास मिली थी। उनकी जांच के बाद 345 लोगों की लिस्ट बनाई गई। इनमें सर्वाधिक मधुबनी और अररिया जिले के हैं।

बता दें कि बिहार पुलिस ऐसे सभी लोगों को खोज-खोजकर क्वारंटाइन कर रही है। पुलिस का कहना है कि ऐसे लोगों को डरने या घबराने की कोई जरूरत नहीं है। कुछ लोग अगर सहयोग नहीं करते, तो कड़ाई बरती जाएगी। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार तब्लीगी मरकज में शामिल 86 बिहारी, 57 विदेशी जमाती, कटिहार के 07 जमाती और दो दूसरे प्रदेश के जमातियों के अलावा 345 लोगों की यह अलग सूची है, जिसे खुफिया विभाग की मोबाइल टावर लिस्ट के आधार पर बनाया गया है। पहली सूची गृह मंत्रलय ने भेजी थी।

तब्लीगी जमात से जुड़े होने के संदेह में शेखपुरा की अहियापुर मस्जिद से पकड़कर अस्पताल में दाखिल कराए गए चार लोगों ने शुक्रवार को अस्पताल कर्मचारियों को दिनभर परेशान किया। वह घिनाने वाली हरकतें करते रहे। पुलिस ने वर्धमान इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, पावापुरी (विम्स) के आइसोलेशन वार्ड में रखा है। डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों को वह गाली बक रहे और थूक फेंक रहे हैं। इससे इलाज में परेशानी हो रही है। खाने में प्रतिबंधित मांस की भी मांग रख दी। एक बीमार के सैंपल कोरोना जांच के लिए पटना भेजा जा सका।

पुलिस-डॉक्टर से अशोभनीय व्यवहार बर्दाश्त नहीं : DGP
डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने सभी एसएसपी-एसपी से दो टूक कहा है कि कोरोना जांच के लिए प्रेरित करने वाले पुलिस या डॉक्टर की टीम के साथ अशोभनीय व्यवहार कतई बर्दाश्त नहीं करें। समाज में अराजकता पैदा करने वालों के खिलाफ पुलिस सख्ती से पेश आए। वहीं, जरूरतमंदों की मदद में भी पुलिस कहीं पीछे नहीं रहे।

 

 

 

Ajay kumar