गया, भागलपुर और AIIMS में बनेंगे कोरोना जांच केंद्रः मंगल पांडय

punjabkesari.in Sunday, Apr 05, 2020 - 04:51 PM (IST)

पटनाः बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि कोरोना वायरस से संक्रमण की जांच के लिए राजधानी के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, गया के अनुग्रह नारायण मगध चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल (एएनएमएमसीएच) और भागलपुर के जवाहर लाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल (जेएलएनएमसीएच) में केंद्र बनाए जाएंगे।

पांडेय ने बताया कि पटना के राजेंद्र मेमोरियल रिसर्च इंस्टीच्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (आरएमआरआई), इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आईजीआईएमएस) और दरभंगा के दरभंगा चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल (डीएमसीएच) कोरोना संदिग्धों एवं मरीजों की जांच हो रही है। उन्होंने बताया कि एक-दो दिनों में पटना चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल (पीएमसीएच) में भी कोरोना संक्रमण की जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।

मंत्री ने बताया कि इनके अलावा एम्स, एएनएमएमसीएच और जेएलएनएमसीएच में भी सैंपल जांच केंद्र बनाए जाने के लिए केंद्र सरकार से आग्रह किया गया है। उन्होंने बताया कि राज्य के अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों एवं जांच केंद्रों में आरएनए एक्सट्रेक्शन किट, वीटीएम, पीपीई, एन-95 मास्क, थ्री लेयर मास्क, साबुन, सैनिटाइजर जैसे आवश्यक सामानों की आपूर्ति लगातार की जा रही है।

पांडेय ने कहा कि न केवल बिहार और भारत बल्कि पूरी दुनिया एक गंभीर लाइलाज वैश्विक कोरोना महामारी से जूझ रहा हैं। केंद्र और राज्य सरकार लोगों को इस वायरस के प्रभाव से बचाने के लिए हर दिशा में लगातार काम कर रही है। इस स्थिति में आम जनता की भी यह जवाबदेही बनती है कि वे केंद्र और राज्य सरकार को अपेक्षित सहयोग करें। इसके लिए लॉकडाउन का शत-प्रतिशत पालन करते हुए आमजन सामाजिक दूरी बनाते हुए घरों में रहने का प्रयास करें।

मंत्री ने राज्यवासियों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान को सफल बनाने की अपील करते हुए कहा कि प्रकाश से ही कोरोना का अंधकार दूर होगा इसलिए 05 अप्रैल को रात्रि नौ बजे नौ मिनट तक अपने घरों की बालकनी में दीप, टॉर्च, मोमबत्ती या मोबाइल की रोशनी से कोरोना को पराजित करने के लिए अपनी एकता की महाशक्ति का विराट स्वरूप दुनिया को प्रदर्शित करें।


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Nitika

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