बिहार के सहरसा में धरती के भगवान से हुई भूल, मरीज के शरीर में छोड़ा चाकू

punjabkesari.in Monday, Sep 17, 2018 - 01:24 PM (IST)

सहरसाः भले ही डॉक्टर को धरती का भगवान कहा जाता हो, लेकिन दिन-प्रतिदिन इस पेशे को कलंकित करने में डॉक्टर कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। एेसा ही एक मामला बिहार के सहरसा से सामने आया है। यहां डॉक्टरों की लापरवाही से एक मरीज के शरीर में चाकू रह गया।

बीते 23 जून को जमीनी विवाद में जिले के सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के सिटनाबाद में शोएब के बड़े भाई मो. ओहाब की चाकू मारकर कर हत्या कर दी गई थी। वहीं चाकू लगने से जख्मी शोएब को गंभीर हालत में इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया था, जहां डॉक्टरों की देख-रेख में इलाज किया जा रहा था। 18 दिन बाद 10 जुलाई को स्थिति ठीक होने की बात कहकर डॉक्टर ने शोएब को डिस्चार्ज कर दिया था।

परिजनों का कहना है कि डिस्चार्ज होने के बाद लगातार मल द्वार के समीप दर्द हो रहा था। जिसके बाद उसे थाना के नया बाजार स्थित एक निजी नर्सिंग होम में ले जाया गया। यहां एक्स-रे रिपोर्ट में मल द्वार समीप तकरीबन 5 इंच का चाकू होने की बात सामने आई। वहीं परिजन स्वास्थ प्रशासन के द्वारा हुए हुई इस लापरवाही के चलते दोषी डॉक्टर पर कड़ी करवाई की मांग कर रहे हैं। 

सिविल सर्जन डॉक्टर शैलेन्द्र गुप्ता ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि हमसे परिजन मिले थे। हमने मरीज का एक्स-रे करवाया था। एक्स-रे में चाकू होने की पुष्टि हुई। हमने मरीज को डीएमसीएच जाने को कहा था। वहीं निजी नर्सिंग होम के डॉक्टर ने मीडिया को एक्स-रे दिखाते हुए चाकू होने की पुष्टि ही नहीं की बल्कि ऑपरेशन कर मल द्वार से चाकू निकालकर पुलिस के जांच अधिकारी को सुपर्द कर दिया।
 

Deepika Rajput