रिम्स में भर्ती लालू को हुआ यूरिन संक्रमण, पेशाब में खून आने से डाॅक्टरों की बढ़ी चिंता

punjabkesari.in Thursday, Jan 03, 2019 - 05:33 PM (IST)

 

पटना/रांची: चारा घोटाले में सजायाफ्ता राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव इन दिनों इलाज के लिए रिम्स के पेइंग वार्ड में भर्ती हैं। इस दौरान उनका इलाज कर रहे डाॅक्टरों ने कहा है कि उनके यूरिन में संक्रमण (यूरिन ट्रैक्ट इनफेक्शन) का स्तर काफी बढ़ गया है। खासकर उनके पेशाब में खून आने से डॉक्टरों की चिंता बढ़ गई है। रिम्स में कराए गए यूरिन कल्चर जांच में कोलानी काउंट 80,000 पाया गया है। दुबारा जांच के लिए निजी लेबोरेटरी में यूरिन का सैंपल दिया गया है। वहां से पुष्टि होने के बाद उपचार की दिशा तय की जाएगी।

लालू यादव का इलाज कर रहे रिम्स के प्रो. डॉ. उमेश प्रसाद ने बताया कि यूटीआई इन्फेक्शन का स्तर काफी बढ़ा हुआ है। एंटीबायोटिक शुरू कर दी गई है। यूरिन कल्चर दुबारा कराया जा रहा है। रिपोर्ट आने के बाद दवा का डोज फिर से तय किया जाएगा। यही नहीं, लालू यादव की बीमारियों से लड़ने की क्षमता (इम्युनिटी) भी कम हुई है। प्रोस्टेट बढ़ा हुआ है। पहले से ही उनका किडनी लगभग 45 प्रतिशत काम कर रहा है। वह किडनी रोग के पुराने (सीकेडी स्टेज थ्री) मरीज हैं। लंबे समय से उन्हें डायबिटीज है। प्रतिदन इंसुलिन दिया जा रहा है। डॉ प्रसाद ने बताया कि बीमारियों के उतार चढ़ाव को देखते हुए उनकी सेहत की मॉनिटरिंग नियमित रूप से की जा रही है। जरा सी असावधानी भी नुकसानदेह हो सकती है।

रिम्स प्रबंधन के अनुरोध पर जेल प्रशासन ने लालू प्रसाद के लिए पेइंग वार्ड में शाकाहारी खाद्य सामग्रियों के साथ साथ झिंगा एवं पानी लाने की अनुमति प्रदान कर दी है। लेकिन, मछली, मांस व चिकन लाने पर प्रतिबंध है। जेल प्रशासन ने सोमवार को लालू प्रसाद के लिए बाहर से खाना लाने पर प्रतिबंध लगा दिया था। इसके कारण सोमवार की रात, मंगलवार की सुबह व दोपहर उन्हें खाने में परेशानी हो गई। वह नाश्ता खाना नहीं खा सके। उनका उपचार कर रहे डॉक्टरों ने उनके भोजन की समीक्षा की थी। डॉक्टरों के परामर्श पर रिम्स अधीक्षक प्रो. डॉ. विवेक कश्यप ने जेल अधीक्षक को पत्र लिखकर शाकाहारी खाद्य पदार्थों के साथ साथ पानी और झिंगा उनके अनुचरों द्वारा लाए जाने की अनुमति मांगी थी।

लालू प्रसाद को पेइंग वार्ड के तीसरे तल पर शिफ्ट किया जाएगा। रिम्स अधीक्षक डॉ. विवेक कश्यप ने बुधवार को उनका इलाज कर रहे डॉक्टरों से इस संबंध में परामर्श मांगा है। डॉ. कश्यप ने डॉक्टरों से पूछा है कि जेल प्रशासन सुरक्षा के लिहाज से उन्हें तीसरे तल पर रखना चाह रहा है। लालू प्रसाद को तीसरे तल पर रखा जाना उनकी सेहत के लिहाज से सही रहेगा या नहीं? इससे पहले सोमवार को जेल प्रशासन ने पेइंग वार्ड का निरीक्षण किया था। जिसमें सुरक्षा के लिहाज से उन्हें पहले तल से तीसरे तल पर रखने की बात हुई थी।  

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