कोरोना संकटः उद्योग मंत्री ने 24 कंपनियों को लिखा पत्र, बिहार में निवेश करने का किया आग्रह

punjabkesari.in Monday, Jun 01, 2020 - 11:33 AM (IST)

 

पटनाः देशभर में कोरोना वैश्विक महामारी के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसी के चलते लॉकडाउन में फंसे लाखों लोग अपने-अपने राज्यों में वापस लौट रहे हैं। वहीं अब प्रवासियों के आगे रोजी रोजी का संकट पैदा हो गया है। ऐसे में बिहार के उद्योग मंत्री श्याम रजक ने 24 कंपनियों को बिहार में निवेश करने का आग्रह किया है।

उद्योग मंत्री ने पत्र में लिखा कि कोरोना संकट के कारण 20 लाख से अधिक प्रवासी मजदूर वापस बिहार लौटे हैं। साथ ही उन्होंने पत्र के माध्यम से 24 कंपनियों को बिहार में निवेश करने का आग्रह किया है। उन्होंने बताया कि उद्योग विभाग की ओर से सभी प्रवासी मजदूरों के स्किल के आधार पर डाटा बेस तैयार किया जा रहा है। इसे मजदूरों के मांग और आपूर्ति के लिए बनाए गए पोर्टल से जोड़ दिया जाएगा।

कंपनियों को इस क्षेत्र में निवेश की अच्छी संभावना
वहीं श्याम रजक ने पत्र में बताया कि बिहार में फूड-प्रोसेसिंग, हेल्थकेयर, कृषि उपकरण के निर्माण, आईटी, ऊर्जा, रसायन, चमड़ा, टेक्सटाईल जैसे क्षेत्र में निवेश की अच्छी संभावना है। इसके अतिरिक्त बिहार में बहुत बड़ा घरेलू बाजार उपलब्ध है। इन कंपनियों को निवेश करने पर उद्योगों को 22 से 24 घंटे तक बिजली की सप्लाई मिलेगी। साथ ही यहां मखाना, सिल्क रेशम और जूट आदि क्षेत्रों में निवेश की बड़ी संभावना है। यहां पर रेल, रोड और एयर ट्रांसपोर्ट की बेहतर सुविधा है।

इन कंपनियों से निवेश के लिए किया आग्रह
बता दें कि मंत्री श्याम रजक ने केआरबीएल, एलटी फूड, चमनलाल सेतिया एक्सपोर्ट, नेस्ले इंडिया, हैटसंग एग्रोप्रोडक्ट, टेस्टी बाइट इटेबल, प्रताप स्नैक्स, हिंदुस्तान फूड, हेरिटेज फूड, डीएफएम फूड, पराग मिल्क फूड, सायजी इंडस्ट्रीज, जीआरएम ओवरसीज, जुबिलेंट फूडवर्क्स, ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन कंज्यूमर हेल्थकेयर, बाटा इंडिया, रिलैक्सो फुटवियर, मिर्जा इंटरनेशनल, खादिम इंडिया, हाइडसाइन, प्रिंस पाइप्स, आस्ट्रल पॉली तकनीक, फाइनोलेक्स इंडस्ट्रीज और जैन इरीग्रेशन आदि कंपनियों से निवेश के लिए आग्रह किया हैं।
 


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Nitika

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