पटना: शिक्षकों की हड़ताल के बीच मैट्रिक परीक्षा शुरू, जूता-मोजा पहनने पर रोक

punjabkesari.in Monday, Feb 17, 2020 - 01:35 PM (IST)

पटना: बिहार में नियोजित शिक्षकों की हड़ताल के बीच मैट्रिक की परीक्षा सोमवार से शुरू हो गई है। परीक्षा सही ढंग से और नकलविहीन हो इसके लिए बोर्ड द्वारा कई दावे किए गए हैं। इस कड़ी में बोर्ड ने नियमित शिक्षकों के अलावा वित्त रहित कॉलेजों और स्कूलों के शिक्षकों को परीक्षा में जांच के लिए लगाया है। बिहार में विभिन्न शिक्षक संघों ने मैट्रिक की परीक्षा से पहले ही 17 फरवरी से हड़ताल पर जाने की घोषणा कर रखी थी, जिसके बाद से 10वीं की परीक्षा पर इसका असर पड़ने की आशंका जताई जा रही है।

केंद्रों के बाहर 200 मीटर तक धारा 144 लागू
बता दें कि बोर्ड के अध्यक्ष के मुताबिक, पहली पाली में परीक्षार्थियों को 9:20 जबकि दूसरी पाली में 1:35 तक ही परीक्षा केंद्रों में प्रवेश मिल सकेगा। परीक्षा को नकलविहीन कराने के लिए जूता-मोजा पहनने पर रोक लगाई गई है। इसके साथ ही एडमिट कार्ड और पेन के अलावा कुछ अन्य सामान न ले जाने की भी हिदायत दी गई है। परीक्षा को लेकर विभिन्न केंद्रों पर मजिस्ट्रेट के साथ-साथ पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बल की तैनाती की गई है। वहीं परीक्षा के दौरान सभी केंद्रों के बाहर 200 मीटर तक धारा 144 लागू की गई है।

राज्यभर में 1368 परीक्षा केंद्र बनाए गए
फिलहाल बिहार में मैट्रिक की परीक्षा 17 से 24 फरवरी तक होनी है। इस साल बिहार की मैट्रिक परीक्षा में 15 लाख 29 हजार 393 परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं। इसके लिए राज्यभर में 1368 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि परीक्षार्थियों की संख्या अधिक होने के कारण इस बार की परीक्षा दोनों पालियों में कराई जा रही है। पहली पाली की परीक्षा 9:30 से 12:15 जबकि दूसरी पाली की परीक्षा दोपहर के 1:45 से 4:30 बजे तक ली जाएगी।


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Ajay kumar

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