कोरोना पॉजिटिव मां-बेटे को क्वारंटाइन में भेजने के लिए स्वास्थ्यकर्मियों के छूटे पसीने

punjabkesari.in Thursday, Mar 26, 2020 - 04:48 PM (IST)

 

 

 

मुंगेरः बिहार के मुंगेर जिले में स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों को एक विधवा महिला और उसके नाबालिग बच्चे को जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (भागलपुर) में क्वारंटाइन में भेजने के लिए 5 घंटों तक भारी मशक्क्त करनी पड़ी।

सूचना के आधार पर जिले के चुरंबा इलाके में मेडिकल टीम के सदस्य जब एंबुलेंस के साथ पहुंचे और महिला और उसके बेटे से क्वारंटाइन के लिए भागलपुर स्थित जवाहर लाल नेहरू कॉलेज और अस्पताल जाने का आग्रह किया। इसके बाद महिला और उसका पुत्र एंबुलेंस के अंदर चले गए। वाहन कुछ दूर ही आगे बढ़ा था कि इसी दौरान करीब 20 ग्रामीणों ने एंबुलेंस का रास्ता रोक लिया। एम्बुलेंस में मौजूद मेडिकल टीम ने ग्रामीणों को बताया कि कोरोना टेस्ट में बुधवार की रात मां-बेटे की रिपोर्ट ‘पॉजिटिव' आई है तो ग्रामीण डर से भाग गए।

इस बीच, मौका मिलते ही महिला और उसका पुत्र एंबुलेंस से उतरकर अपने घर में चले गए और बाहर आने से मना कर दिया। मेडिकल टीम ने काफी समझाने का प्रयास किया लेकिन उनका प्रयास लगातार विफल रहा और गतिरोध बना रहा। लगभग 5 घंटे की मशक्कत के बाद महिला और उसका पुत्र फिर से बाहर आने को तैयार हुए जिसके बाद उन्हें एंबुलेंस से भागलपुर मेडिकल कॉलेज भेजा गया।

वहीं सिविल सर्जन डॉ. पुरुषोत्तम कुमार ने बताया कि कोरोना टेस्ट में दोनों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है लेकिन अब तक कोरोना के कोई लक्षण उनके अंदर नहीं दिखे हैं। उन्होंने कहा कि मुंगेर जिला मुख्यालय में रहने वाले लाखों लोगों के जीवन की रक्षा के लिए और मुख्यालय में कोरोना वायरस के सामुदायिक संक्रमण को रोकने के लिए मेडिकल टीम के सदस्यों को कोरोना वायरस टेस्ट में पॉजिटिव मिले मरीजों को सेल्फ क्वारंटाइन में भेजने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।


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Nitika

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