मानव श्रृंखला को लेकर RJD ने किए ताबड़तोड़ ट्वीट, नीतीश सरकार पर साधा निशाना

punjabkesari.in Sunday, Jan 19, 2020 - 04:59 PM (IST)

पटनाः बिहार में रविवार को विश्व की सबसे लंबी मानव श्रृंखला बनाई गई। जल जीवन हरियाली के समर्थन में बनी इस मानव श्रृंखला के बहाने बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राजद ने नीतीश कुमार को आड़े हाथों लिया है। राजद ने नीतीश सरकार पर निशाना साधते हुए ताबड़तोड़ कई ट्वीट किए।

राजद के ट्विटर हैंडल से कुछ तस्वीरें पोस्ट कर लिखा गया कि भ्रष्टाचार से लटपट छल, छिजन और घड़याली यात्रा की करोड़ों रुपए वाली अमानवीय श्रृंखला के विरोध स्वरूप विभिन्न जिलों के युवाओं ने बेरोजगारी, बढ़ते अपराध, महंगाई तथा सीएए/एनआरसी/एनपीआर जैसे ज्वलंत मुद्दों पर मानव श्रृंखला बनाकर नीतीश कुमार को करारा जवाब दिया। अब ये तस्वीरें भी रिकॉर्ड में रहेंगी।

राजद ने दूसरे ट्वीट में लिखा कि ऐसी मानव श्रृंखला जिसमें ना मानव हैं और ना श्रृंखला है। यह विश्व रिकॉर्ड की वास्तविकता है। अरबों खर्च करने और स्कूल कॉलेज दफ्तरों में इतने अनुचित फरमान जारी करने के बाद यह हाल है। अपने तीसरे ट्वीट में राजद ने लिखा कि कड़ाके की सर्दी में बच्चों की जान जोखिम में डालकर जानवरों की तरह बसों की छत, ट्रैक्टर और टेम्पो में जबरदस्ती ठूंसकर मानव श्रृंखला में भाग लेने के लिए ढोया जा रहा है। नीतीश जी यह जीवन बचाओ नहीं जीवन छिनो यात्रा है। बच्चों से इतना क्रूर मजाक। कहां है मानव अधिकार आयोग?

राजद ने अन्य ट्वीट कर कहा कि सरकारी स्कूलों के गरीब बच्चों को बसों में ठूंस, बस की छतों पर लाद, ट्रैक्टरों पर ढो अधिकारियों, पुलिस, पार्टी कार्यकर्ताओं व "टारगेट पूरा करने का दबाव" झेल रहे शिक्षकों द्वारा जबरदस्ती यहां से वहां पहुंचाया गया क्योंकि बिहार के तुगलक की नजर में गरीब बच्चों की जान सस्ती है। वहीं राजद ने एक और ट्वीट कर लिखा कि बिहार के तुगलक को परवाह नहीं कि बिहार के विद्यालयों से शिक्षा ही गायब हो गया है पर अपनी सनक के लिए बसों में ठूसकर, ट्रैक्टरों पर लादकर और पुलिस, पार्टी कार्यकर्ताओं के डंडों का डर दिखाकर कड़ाके की ठंड में किसी तरह तन ढके बच्चों को लाइन में लगाना जरूरी है, क्योंकि PR मजबूरी है।  

prachi