मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड को लेकर तेजस्वी ने CM नीतीश पर साधा निशाना, लगाए गंभीर आरोप

punjabkesari.in Tuesday, Feb 19, 2019 - 04:52 PM (IST)

पटनाः बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर एक बार फिर जमकर हमला बोला है। तेजस्वी ने एक के बाद एक ट्वीट कर नीतीश कुमार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मुजफ्फरपुर बलात्कार कांड में स्पष्ट और सीधे रूप से संलिप्त हैं।

तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार ने टिस की रिपोर्ट आने के दो महीनों तक ब्रजेश ठाकुर पर एफआईआर नहीं होने दी। जेल नहीं भेजा। दबाव में भेजा तो जेल में मोबाइल समेत तमाम सुविधाएं प्रदान की। बच्चियों को गायब किया गया। मामला उजागर होने पर नीतीश जी ने एकदम सिरे से हमारी सीबीआई जांच की मांग को खारिज किया। उन्हें सीबीआई जांच का डर क्यों था?

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जब हमने मुजफ्फरपुर बालिका गृह का दौरा कर वहां बच्चियों के साथ किए गए डरावने और अमानवीय कृत्यों को पब्लिक डोमेन में रखा तब जाकर दबाव में केस सीबीआई को सुपुर्द करना पड़ा। नीतीश जी तो छाती पीट तत्कालीन समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा को निर्दोष बता रहे थे परंतु जब कांड का कच्चा चिट्ठा खुला एवं मीडिया में ब्रजेश ठाकुर की सीडीआर डिटेल्स में मिलीभगत का पर्दाफाश हुआ तब विपक्ष व जनदबाव के कारण मंजू वर्मा का इस्तीफा लेना पड़ा। CM उसे क्यों बचा रहे थे?

तेजस्वी यादव ने कहा कि मुख्य अभियुक्त ब्रजेश ठाकुर से जेल में चर्चित डायरी बरामद हुई थी जिसमें "पटना वाले बड़े सर” का ज़िक्र था? क्या सीबीआई ने खोज लिया था वह “पटना वाला बड़ा सर” कौन है? क्या सीबीआई जांच की आंच उस “बड़े सर” के पास पहुंच गई थी जिसके चलते आनन-फानन में सीबीआई अधिकारी का तबादला किया गया था?

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मुजफ्फरपुर बलात्कार कांड में सीबीआई अधिकारी का तबादला नहीं करने के कोर्ट के आदेश के विपरीत जाकर, कोर्ट की अवमानना कर सीबीआई निदेशक ने तत्कालीन अनुसंधानकर्ता एसपी का बिना कारण बताए अचानक तबादला क्या इसलिए किया गया था ताकि वो “पटना वाले बड़े साहब” को बचा सके? ऐसा क्यों किया गया? आप बताइए क्या यह मामला संदेहास्पद नहीं है? बाद में उस सीबीआई अधिकारी को कोर्ट की अवमानना का दोषी करार कर माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने जुर्माने के साथ सजा भी दी।

prachi