बिहार ने फिर रचा इतिहास, जल-जीवन-हरियाली के पक्ष में मानव श्रृंखला ने बनाया नया रिकॉर्ड

punjabkesari.in Sunday, Jan 19, 2020 - 01:29 PM (IST)

पटनाः जल-जीवन-हरियाली और शराबबंदी के पक्ष में तथा दहेजप्रथा एवं बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ एकजुट हुए लोगों ने रविवार को बिहार में करीब साढ़े 16 हजार किलोमीटर लंबी कतारबद्ध मानव श्रृंखला का एक बार फिर नया रिकॉर्ड बनाकर इतिहास रच दिया।

राजधानी पटना समेत सभी 38 जिले में करीब सवा चार करोड़ लोगों ने आज दिन के साढ़े 11 बजे से 12 बजे तक करीब साढ़े 16 हजार किलोमीटर की लंबाई में हाथ से हाथ मिलाकर जल-जीवन-हरियाली और शराबबंदी के पक्ष में तथा दहेजप्रथा एवं बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ एक बार फिर अपना दम-खम दिया। यह समाजिक, राजनीतिक और आर्थिक आंदोलनों की जननी रहे बिहार के लोगों की एकजुटता का दम-खम ही तो था कि उनकी कतार को नदी भी नहीं रोक पाई।

मुजफ्फरपुर जिले के बोचहां प्रखंड में दरधा घाट पर आथर गांव के लोगों ने मानव श्रृंखला का क्रम बनाए रखने के लिए गंडक नदी पर नावों की कतार लगा दी। वहां नदी की चौड़ाई 200 फुट है। बीच नदी में नाव पर बनाई गई उनकी मानव श्रृंखला तो लोगों के उत्साह की एक बानगी भर रही। राज्य में नदी से पहाड़ तक हर जगह मानव श्रृंखला का नजारा रहा। बिहार में रविवार को बनी मानव श्रृंखला को दुनिया की अबतक की सबसे लंबी मानव श्रृंखला मानी जा रही है। पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान से शुरू होकर पूरे राज्य में मानव श्रृंखला बनी। गांधी मैदान में भी आधे घंटे तक की मानव श्रृंखला में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी, विधान परिषद के कार्यकारी सभापति प्रो. हारूण रशीद समेत सरकार के मंत्री और वरीय अधिकारी शामिल हुए। इतना ही नहीं राजनीतिक मतभेद भी आज की मानव श्रृंखला को रोक नहीं पाई।

कांग्रेस के कई विधायकों ने जहां इसे नैतिक समर्थन दिया वहीं, मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के विधायक महेश्वर यादव और फराज फातमी ने मानव श्रृंखला में शामिल होकर अपना समर्थन दिया। खराब स्वास्थ्य के कारण लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के संस्थापक एवं केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान गांधी मैदान तो नहीं पहुंच पाए लेकिन उन्होंने पटना पहुंच कर अपना नैतिक समर्थन किया।

गौरतलब है कि वर्ष 2017 में बिहार ने नशामुक्ति के पक्ष में एकजुट होकर विश्व की सबसे लंबी 11292 किलोमीटर की मानव श्रृंखला बनाकर रिकॉडर् कायम किया था। इसके अगले वर्ष 2018 में बिहार ने दहेज प्रथा एवं बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ 13654 किलोमीटर लंबी मानव श्रृंखला बनाकर अपने ही पुराने रिकॉडर् को तोड़ दिया था। 19 जनवरी 2019 को बिहार ने जल-जीवन-हरियाली एवं नशामुक्ति के पक्ष में तथा बाल विवाह एवं दहेज प्रथा के खिलाफ करीब साढ़े 16 हजार किलोमीटर की लंबी मानव श्रृंखला बनाकर नया रिकॉडर् बना दिया।

prachi