Jharkhand Assembly Election 2019: एक नजर Nirsa Assembly Seat पर

punjabkesari.in Wednesday, Dec 11, 2019 - 12:02 PM (IST)

रांचीः झारखंड की 81 विधानसभा सीटों पर 5 चरणों में चुनाव होने जा रहे हैं। चौथे चरण के तहत 16 दिसंबर को 15 सीटों पर मतदान करवाए जाएंगे। वह 15 सीटें मधुपुर, देवघर, बगोदर, जमुआ, गांडेय, गिरिडीह, डुमरी, बोकारो, चंदनकियारी, सिंदरी, निरसा, धनबाद, झरिया, टुंडी, बाघमारा हैं। इस खबर में हम आपको निरसा विधानसभा सीट के बारे में बताने जा रहे हैं।

झारखंड की निरसा विधानसभा सीट धनबाद लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के तहत आती है। निरसा विधानसभा सीट साल 2005 में अस्तित्व में आई थी। 2005 के चुनाव में यहां से ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्‍लॉक के अपर्णा सेन गुप्‍ता विधायक चुने गए। इसके बाद 2009 में यहां से मार्क्‍सवादी नेता अरूप चटर्जी विधायक चुने गए तो 2014 के विधानसभा चुनाव में भी निरसा सीट से एमसीओ कैंडिडेट अनूप चटर्जी ने ही जीत हासिल की थी। 2019 के विधानसभा चुनाव में एमसीओ कैंडिडेट अरूप चटर्जी एक बार फिर से मैदान में हैं। अब ये देखना अहम होगा कि क्या अरूप चटर्जी अपने इस किले को बचा पाएंगे।
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अगर निरसा विधानसभा सीट पर वोटरों की कुल संख्या पर नजर डालें तो 2019 के आंकड़े के मुताबिक यहां वोटरों की कुल आबादी 3 लाख 3 हजार 239 है। इनमें से पुरूष मतदाताओं की संख्या 1 लाख 60 हजार 538 है तो महिला मतदाताओं की संख्या 1 लाख 42 हजार 701 है।
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एक नजर 2014 विधानसभा चुनावों के नतीजों पर
2014 के विधानसभा चुनाव में निरसा सीट से एमसीओ कैंडिडेट अनूप चटर्जी ने जीत हासिल की थी। एमसीओ कैंडिडेट अनूप चटर्जी ने 51 हजार 581 वोट हासिल किया। वहीं बीजेपी कैंडिडेट गणेश मिश्रा 50 हजार 546 वोट हासिल किया था। इस तरह से एमसीओ कैंडिडेट अनूप चटर्जी ने बीजेपी कैंडिडेट गणेश मिश्रा को महज एक हजार पैंतीस वोट से मात दे दी थी। वहीं जेएमएम कैंडिडेट अशोक कुमार मंडल, 43 हजार 329 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे।
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एक नजर 2009 विधानसभा चुनावों के नतीजों पर
वहीं 2009 के विधानसभा चुनाव में निरसा सीट से एमसीओ कैंडिडेट अरूप चटर्जी ने जीत हासिल की थी। एमसीओ कैंडिडेट अरूप चटर्जी ने 68 हजार 965 वोट हासिल की थी। वहीं बीजेपी कैंडिडेट अशोक कुमार मंडल को 33 हजार 388 वोट मिला था। इस तरह से एमसीओ कैंडिडेट अरूप चटर्जी ने बीजेपी कैंडिडेट अशोक कुमार मंडल को 35 हजार 388 वोटों की बड़ी मार्जिन से शिकस्त दे दी थी। वहीं एआईएफबी कैंडिडेट अपर्णा सेनगुप्ता, 17 हजार 597 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे।
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एक नजर 2005 विधानसभा चुनावों के नतीजों पर 
वहीं 2005 के विधानसभा चुनाव में निरसा सीट से एआईएफबी कैंडिडेट अपर्णा सेनगुप्ता ने जीत हासिल की थी। एआईएफबी कैंडिडेट अपर्णा सेनगुप्ता को 50 हजार 533 वोट हासिल किया था तो एमसीओ कैंडिडेट अरूप चटर्जी को 48 हजार 196 वोट मिला था। इस तरह से अपर्णा सेनगुप्ता ने अरूप चटर्जी को 2 हजार 337 वोट की मार्जिन से मात दे दी थी। वहीं 30 हजार 678 वोट लेकर बीजेपी कैंडिडेट अशोक मंडल ने तीसरा स्थान हासिल किया।

2019 के चुनाव में निरसा सीट से एमसीओ कैंडिडेट अरूप चटर्जी एक बार फिर चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं तो उनके सामने अपर्णा सेनगुप्ता बीजेपी के टिकट पर दांव आजमाएंगी। 2009 और 2014 के चुनाव में जनता ने अरूप चटर्जी पर अपना भरोसा जताया है। पश्चिम बंगाल से सटे इस विधानसभा में बंगलाभाषी लोगों की संख्या अधिक है। वक्त ही बताएगा कि क्या इस बार भी अरूप चटर्जी जीत का सिलसिला जारी रख पाएंगे या नहीं।


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Nitika

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