ड्यूटी टाइम में प्राइवेट प्रैक्टिस ना करने वाले RIMS के डाॅक्टरों के खिलाफ नहीं होगी ACB जांच: CM रघुवर

punjabkesari.in Monday, Jul 15, 2019 - 01:12 PM (IST)

रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि रिम्स के जाे डाॅक्टर ड्यूटी टाइम में प्राइवेट प्रैक्टिस नहीं करते, उनके खिलाफ एसीबी जांच नहीं हाेगी। ऐसे डाॅक्टराें काे घबराने की जरूरत नहीं है। वे ईमानदारी से ड्यूटी करें। सरकार उनके साथ है। मैंने वैसे डाॅक्टराें के खिलाफ एसीबी जांच की बात कही थी, जाे ड्यूटी टाइम में प्रैक्टिस करते हैं। जहां तक डाॅक्टराें की समस्याओं और मांगाें की बात है ताे एक महीने के भीतर सरकारी खजाने की स्थिति काे देखते हुए इसे चरणबद्ध तरीके से पूरा किया जाएगा।

वहीं इस मामले में जल्दी ही मुख्य सचिव और स्वास्थ्य सचिव से बात कर रिम्स जनरल बॉडी मीटिंग में फैसला ले लिया जाएगा। रविवार काे रिम्स के नवनिर्मित ट्राॅमा सेंटर में करीब एक घंटे तक मुख्यमंत्री ने डाॅक्टराें की समस्याएं सुनीं। अब सबसे बड़ा सवाल है कि क्या रिम्स के डाॅक्टराें काे ड्यूटी टाइम के बाद प्राइवेट प्रैक्टिस के साथ एनपीए की भी छूट रहेगी।

उन्होंने कहा कि रिम्स में जाे भी अव्यवस्था है, उसे दूर किया जाएगा। अकेले रिम्स निदेशक या अफसराें के भराेसे रिम्स काे नहीं सुधारा जा सकता। सबकाे टीम बनाकर काम करना हाेगा। यहां रिम्स पदाें काे चरणबद्ध तरीके से भरा जा रहा है। जिस काम में समय लगेगा, वह मैं स्पष्ट कर दूंगा। क्याेंकि मैं झूठ बाेलने के लिए मुख्यमंत्री नहीं बना हूं। अब तक स्वास्थ्य के क्षेत्र में रिसर्च पर ध्यान नहीं दिया गया है। हम दूसराें के पदचिह्नाें पर चलते रहे, लेकिन अब प्रधानमंत्री ने रिसर्च पर ध्यान दिया है। राज्य सरकार भी रिसर्च के लिए बजट में प्रावधान करेगी।

वहीं इस दौरान केंद्रीय ऊर्जा राज्य मंत्री आरके सिंह ने कहा है कि केंद्र सरकार का संकल्प है ‘वन नेशन वन ग्रिड’। वर्ष 2014 से पूर्व बिजली से वंचित लोग सोचते थे कि क्या कभी उनके घरों तक बिजली पहुंचेगी, लेकिन 2014 के बाद निरंतर बिजली के क्षेत्र में कार्य हुए और बिजली से वंचित घरों तक बिजली पहुंचाई गई। अब लोगों को 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराई जा रही है।

 


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Edited By

Jagdev Singh

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