मुख्यमंत्री गोबर-धन योजना पर आयोजित कार्यशाला में हुए शामिल

punjabkesari.in Tuesday, Jul 24, 2018 - 12:03 PM (IST)

रांचीः झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास सोमवार को गोबर-धन योजना पर आयोजित कार्यशाला में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि गाय-भैंस का गोबर, घर का कचरा, कृषि कार्य से उत्पन्न बेकार पदार्थों का उपयोग कर बायोगैस का उत्पादन किया जा सकता है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे ना केवल हमें हरित ऊर्जा प्राप्त होगी बल्कि हमारा गांव भी स्वच्छ रहेगा। इसके साथ ग्रामीण भी आत्मनिर्भर बनेंगे। गांव स्वच्छ होगा तो बीमारियां भी कम होंगी। उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूह की महिलाएं गांव में मवेशियों की सूची बनाएं। गांव के बाहर एक स्थान पर गोबर गैस प्लांट लगाए। इससे हरित ऊर्जा के साथ-साथ अॉर्गेनिक खाद भी प्राप्त होगी। उन्होंने कहा कि जिन किसानों ने गोबर दिया है, उन्हें यह खाद दी जा सकती है। इसके साथ ही अतिरिक्त खाद को बेच कर राशि अर्जित करें। 

सीएम ने कहा कि गोबर गैस प्लांट लगाने के लिए केंद्र, ग्राम पंचायत मॉडल को 100 प्रतिशत और स्वयं सहायता समूह मॉडल को 70 प्रतिशत तक सब्सिडी दे रही है। मुखियागण, स्वयं सहायता समूह और लाभूक समिति मिलकर इसे जन आन्दोलन बनाए। इसमें सरकार के द्वारा हर संभव सहायता की जाएगी। गांव में विकास समिति बनाकर मुखिया के अधिकारों को कम नहीं किया जा सकता है। जनता ने मुखिया को गांव के विकास के लिए चुना है। 

रघुवर दास ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन में पिछड़ रहे 3 जिलों गोड्डा,पलामू और गुमला के उप विकास आयुक्त को काम में विशेष तेजी लाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इसके लिए समर्पण के साथ काम करना होगा। 

Nitika