CM रघुवर दास की बाबूलाल मरांडी को चुनौती, कहा- साहस है तो आदिवासी क्षेत्र से लड़ें चुनाव

punjabkesari.in Tuesday, Apr 16, 2019 - 06:26 PM (IST)

गिरिडीह: झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने मंगलवार को गिरिडीह के झंडा मैदान में कोडरमा लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी अन्नपूर्णा देवी के नामांकन से पूर्व आयोजित जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री व झारखंड विकास मोर्चा के सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी के कोडरमा सामान्य सीट से नामांकन भरने पर जमकर निशाना साधा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की 5 सीटें सुरक्षित हैं। मगर पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी सामान्य सीट कोडरमा से चुनाव लड़ रहे हैं। इसलिए क्योंकि उनमें आदिवासी क्षेत्र में जाकर चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं है। इस दौरान सीएम रघुवर ने आरोप लगाया कि आदिवासी जनता ऐसे लोगों को पहचान चुकी है, जो आदिवासी विकास की बात तो करते हैं, लेकिन इसे धरातल पर नहीं उतारते। ये लोग सिर्फ एक दूसरे को लड़ाना जानते हैं।

इस दौरान मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि अगर साहस है तो मरांडी आदिवासी क्षेत्र से चुनाव लड़ें। उन्हें इससे पता चल जाता कि आदिवासी हित में उन्होंने कितना काम किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि महागठबंधन भ्रष्टाचारियों का गठबंधन है। यह गठबंधन सिर्फ नरेंद्र मोदी को हटाने के लिए है। इन्हें भ्रष्टाचार में महारत हासिल है। रघुवर ने कहा कि उन्हें आशंका है कि अगर नरेंद्र मोदी सत्ता में लौटे तो इनका स्थान जेल में होगा।

वहीं सीएम रघुवर ने कहा कि विपक्षी राजनीतिक दलों के लोग बीजेपी पर यह आरोप लगाते हैं कि वह अमीरों को मदद पहुंचाने वाली पार्टी है। उन्होंने कहा, ‘हां, बेरोजगार हमारे लिए अमीर हैं, बिना घर वाले हमारे लिए अमीर हैं, बिना शौचालय वाले हमारे लिए अमीर हैं, किसान हमारे लिए अमीर हैं, और इन अमीरों के उत्थान के लिए हमने योजनाओं को धरातल पर उतारा।'

सीएम ने पूछा, क्या ऐसे लोगों को उनका हक दिलाना गलत है। क्यों नहीं दशकों तक ऐसे अमीरों की सुध पूर्व की सरकारों ने ली? उन्होंने कहा कि वर्षों से कांग्रेस पार्टी गरीबी हटाओ की बात करती है, गरीब को न्याय की बात करती है, लेकिन आपने इसके उन्मूलन के लिए क्या किया? उन्‍होंने कहा कि गरीबी, उग्रवाद, आतंकवाद को समाप्त करने की इच्छा शक्ति रखने वाली सरकार का चुनाव आपको करना है, जिस प्रकार 2014 में आपने वंशवाद को नकार कर लोकतंत्र को मजबूत किया और एक चाय बेचने वाले को प्रधानमंत्री बनाया था।

prachi