CM रघुवर ने पारा शिक्षकों से की काम पर लौटने की अपील, कहा- सरकार आपकी मांगों के प्रति गंभीर

punjabkesari.in Thursday, Jan 03, 2019 - 04:50 PM (IST)

रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने पिछले डेढ़ महीने से हड़ताल कर रहे पारा शिक्षकों से अपील की है कि वे काम पर लौट आएं। उन्होंने कहा कि सरकार उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार कर रही है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षामंत्री नीरा यादव की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय कमेटी का गठन किया गया है। कमेटी में शिक्षामंत्री के अतिरिक्त विकास आयुक्त डीके तिवारी, वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव सुखदेव सिंह और शिक्षा सचिव एपी सिंह शामिल हैं।

मुख्यमंत्री ने गुरुवार को निर्देश दिया है कि उच्चस्तरीय कमेटी पारा शिक्षकों का मानदेय बढ़ाने, टेट (शिक्षक पात्रता परीक्षा) पास अभ्यर्थियों की नियुक्ति के लिए नई नियमावली पर विचार करे। मुख्यमंत्री ने उन पारा शिक्षकों के परिजनों को एक-एक लाख रुपये देने की घोषणा की है, जिनका निधन हड़ताल के दौरान हुआ है। मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया है कि पारा शिक्षकों के हितों का ख्याल सरकार रखेगी।

वहीं पिछले 46 दिनों से आंदोलनरत पारा शिक्षकों ने अपनी हड़ताल जारी रखने का फैसला किया है। बुधवार को रांची के मोरहाबादी मैदान में एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा की हुई राज्यस्तरीय बैठक में कहा गया कि सरकार जबतक पारा शिक्षकों को वेतनमान देने तथा स्थायी करने की घोषणा नहीं करती उनकी हड़ताल जारी रहेगी। बैठक में मुख्यमंत्री रघुवर दास के जमशेदपुर में दिए गए उस बयान का स्वागत किया गया, जिसमें उन्होंने कहा है कि पारा शिक्षकों की समस्याओं का समाधान निकाला जा रहा है। शिक्षा मंत्री नीरा यादव को शिक्षा सचिव के साथ बैठक कर कोई रास्ता निकालने का निर्देश उन्होंने दिया है।

हड़ताली पारा शिक्षकों ने मुख्यमंत्री की इस पहल का स्वागत किया है। साथ ही कहा कि मुख्यमंत्री वेतनमान और स्थायीकरण बारे में जल्द घोषणा भी करें। पारा शिक्षकों ने शिक्षा मंत्री से वार्ता के बाद कहा था कि अगली वार्ता मुख्यमंत्री के साथ हो ताकि मांगों पर उनकी सहमति मिल सके। पारा शिक्षकों ने वेतनमान व स्थायीकरण के अलावा, आंदोलन के क्रम में मृत पारा शिक्षकों के आश्रितों को 28 लाख रुपये मुआवजा, सरकारी नौकरी, टेट पास को सीधी नियुक्ति, प्राथमिकी वापस लेने तथा हड़ताल अवधि का मानदेय देने की भी मांग रखी है। बैठक में संजय दुबे, विनोद बिहारी महतो, बजरंग प्रसाद, सिंटू सिंह आदि शामिल थे। पारा शिक्षकों की बैठक में यह भी फैसला किया गया कि 5 जनवरी को पलामू में प्रस्तावित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में पारा शिक्षक भी शामिल होंगे। वे उनका स्वागत करेंगे तथा किसी तरह का विरोध नहीं करेंगे।

 

prachi