झारखंड में बढ़े डेंगू के मरीज, गुमला सबसे ज्यादा प्रभावित

punjabkesari.in Wednesday, Oct 09, 2019 - 04:28 PM (IST)

रांची: झारखंड में डेंगू के मरीजों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। वहीं सबसे ज्यादा मरीज गुमला जिले से राजधानी रांची के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में पहुंच रहे हैं। रिम्स का डेंगू आइसोलेशन वार्ड मरीजों से भरा हुआ है। अब फर्श पर डेंगू पीड़ितों का इलाज किया जा रहा है। गुमला के अतिरिक्त पलामू,जामताड़ा, धनबाद, बोकारो, कोडरमा और रामगढ के भी डेंगू मरीज यहां भर्ती हैं। इन सभी को तेज बुखार, बदन दर्द, उल्टी की शिकायत है।

इस दौरान रिम्स के मेडिसीन विभाग के वरीय चिकित्सक प्रोफेसर डॉ. संजय सिंह ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से जिस तरह डेंगू मरीज रिम्स पहुंच रहे हैं, उससे लगता है कि रांची और आसपास के जिले इंडेमिक जोन बन गए है। मगर सही समय पर इलाज से डेंगू ठीक हो जाता है, पर डेंगू न फैले इसके लिए सावधानियां बरतनी जरुरी है।

डेंगू के लक्षण
तेज बुखार, सर दर्द, बदन दर्द, उल्टी जैसे लक्षण हों या शरीर पर लाल दाग बनना शुरु हो, तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।

बिना चिकित्सक की सलाह के मेडिकल स्टोर से या फिर किसी झोलाछाप डॉक्टर से लेकर दवा न खाएं। इससे प्लेट्लेट्स गिर सकती है।

साफ पानी में पनपता है एडीस मच्छर का लार्वा
रिम्स के अधीक्षक डॉ. विवेक कश्यप ने जानकारी देते हुए बताया कि डेंगू मरीजों की संख्या बढ़ रही है। फर्श पर डेंगू पीड़ितों का इलाज न हो, इसके लिए भी रिम्स प्रबंधन वैकल्पिक व्यवस्था के तहत ऐसी जगह देख रहा है, जिसे डेंगू वार्ड में तब्दील कर मरीजों को रखा जा सके। एडीस मच्छर के काटने से डेंगू होता है। लोगों को इससे बचने की जररुत है। इसका लार्वा साफ पानी में पनपता है।

Edited By

Jagdev Singh