शर्मनाक: पंचायत का तुगलकी फरमान, बेटी को बदचलन करार दिए जाने के बाद पिता ने की आत्महत्या

punjabkesari.in Friday, Aug 23, 2019 - 11:19 AM (IST)

पलामू: झारखंड के पलामू जिले से एक शर्मनाक मामला सामने आया है। जहां रामगढ़ प्रखंड के उलडंडा गांव में पंचायत के तुगलकी फरमान से बेटी को बदचलन करार दिए जाने के बाद पिता ने आत्महत्या कर ली। वहीं डीएसपी सुरजीत कुमार गुरुवार को मृतक किसान के घर पहुंचे। उन्होंने वहां मौजूद ग्रामीणों से मामले की पूरी जानकारी ली।

इस दौरान ग्रामीणों ने डीएसपी को जानकारी देते हुए बताया कि मृतक किसान की बेटी का दूसरे जाति के युवक के साथ प्रेम प्रसंग था। उसमें उसकी बेटी गर्भवती हो गई थी, जिसका प्रेमी के द्वारा गर्भपात करा दिया गया था। इसको लेकर गांव में पंचायत बुलाई गई थी। उसमें किसान के बेटी के साथ प्रेम प्रसंग, उसके गर्भवती होने व उसके गर्भपात कराने की बात प्रेमी ने स्वीकार भी कर लिया, लेकिन प्रेमी ने उससे शादी करने से इंकार कर दिया।

वहीं ग्राम पंचायत ने तुगलकी फरमान सुनाते हुए किसान को अपने बेटी को सही रास्ता दिखाने, भविष्य में उसकी बेटी के द्वारा ऐसी घटना की पुनरावृति नहीं हो, इसके लिए 40 हजार रुपए का अर्थदंड भी लगाया, लेकिन उक्त किसान ने उतनी राशि नहीं होने की बात कही। किसान ने पंचायत को अपनी जमा पूंजी 7 हजार रुपए नकद दे दिए। पंचायत ने किसान से लिखित आवेदन बनवाया और उससे हस्ताक्षर भी कराए। इसके बाद किसान और उसकी पत्नी पंचायत से चले गए। वहां से पत्नी घर लौट गई, लेकिन किसान उसके साथ नहीं गया।

मंगलवार की शाम को गांव के लोगों को लकड़ी लाने के लिए जंगल जाने पर उक्त किसान का शव चिलबिल के पेड़ पर लटका मिला। इसकी जानकारी उलडंडा गांव के लोगों को मिली तो मृतक के परिजनों ने उसकी पहचान की। इस पर डीएसपी सुरजीत कुमार ने मामले में शामिल लोगों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया। वहीं माटी कला के सदस्य अविनाश देव ने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर सहयोग राशि के रुप में दस हजार रुपया दिया।

गांव की महिला व आप नेत्री वंदना कुमारी ने उलडंडा गांव का दौरा कर पीड़ित परिवार से मुलाकात की। उन्होंने बताया कि मृतक किसान की नाबालिग बेटी को बदचलन बताकर पंचायत ने रविवार को 40 हजार रुपए का जुर्माना लगाने के साथ गया-बनारस में कर्मकांड कर समाज को खिलाने-पिलाने का निर्देश दिया था।

किसान ने कर्ज लेकर सात हजार रुपए पंचायत के पास जमा कर दिया था। शेष राशि की व्यवस्था नहीं करने पर उसने आत्महत्या कर ली। पिता की आत्महत्या की खबर मिलने के बाद उसकी नाबालिग बेटी ने कुएं में कूद कर जान देने का प्रयास किया, लेकिन उसको बचा लिया गया। मृतक किसान की तीन नाबालिग बेटी और दो बेटे हैं। वह खेती के साथ मिट्टी का बर्तन बनाकर परिवार को पालता था। 

Edited By

Jagdev Singh