चार दिवसीय छठ महापर्व उगते सूर्य को अर्घ्‍य देने के साथ हुआ संपन्‍न

punjabkesari.in Wednesday, Nov 14, 2018 - 11:58 AM (IST)

रांची: बुधवार को व्रतियों द्वारा उगते हुए सूर्य को अर्घ्‍य देने के साथ ही चार दिन तक चला छठ महापर्व समाप्त हो गया है। झारखंड-बिहार के साथ देश के कई हिस्‍सों में भक्ति और उत्‍साह चरम पर रहा। छठ के महापर्व के दौरान नदियों और तालाबों को खासतौर से सजाया गया था और श्रद्धालुओं के आवागमन के लिए सड़कों को साफ-सुथरा किया गया था। बता दें कि इस महापर्व में छठ व्रती 36 घंटे का कठिन उपवास रखते हैं। इस दौरान मन और शरीर की शुद्धता की बड़ी अहमियत है।

जानकारी के अनुसार, ऐसी मान्‍यता है कि छठी मईया की बच्चों पर विशेष कृपा होती है इसलिए संतान की सलामती का आशीर्वाद पाने के लिए भी इस व्रत की बड़ी अहमियत है। छठ पर्व में पूरा परिवार एकसाथ घाट जाकर सूर्य को अर्घ्‍य अर्पित करता है। वर्तमान में यह पर्व न केवल बिहार, बल्कि प्रत्येक राज्य तथा विदेशों में भी बड़े स्तर पर मनाया जा रहा है।

छठ महापर्व में बिना किसी पंडित, पुरोहित आदि की मदद से सूर्य देवता की आराधना की जाती है। यह पर्व जल स्त्रोतों से मानव का जुड़ाव और उन पर निर्भरता का भी परिचायक है। छठ पूजा का सबसे महत्वपूर्ण पक्ष इसकी सादगी और पवित्रता है।

prachi