झारखंड में गरीबी रेखा से नीचे यानि BPL में सबसे ज्यादा 37% परिवार

punjabkesari.in Wednesday, Jul 24, 2019 - 01:08 PM (IST)

रांची: झारखंड में गरीबी रेखा से नीचे यानि बीपीएल परिवारों की सबसे अधिक संख्या है। यहां 37 प्रतिशत लोग गरीबी रेखा से नीचे हैं। बिहार में 33.7 प्रतिशत बीपीएल परिवार हैं, तो पश्चिम बंगाल में 20 प्रतिशत। बंगाल में राष्ट्रीय औसत से कम गरीब हैं। कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्रालय की एक रिपोर्ट में यह तथ्य सामने आया है। गरीबी रेखा की सीमा तय करने के लिए बनी डॉ. सुरेश डी तेंडुलकर की अध्यक्षता में बने एक्सपर्ट ग्रुप की अनुशंसा को आधार मानकर मंत्रालय ने बीपीएल परिवारों का आंकड़ा जारी किया है।

मंत्रालय की रिपोर्ट ‘एग्रिकल्चरल स्टैटिस्टिक्स एट ए ग्लांस 2017 के आंकड़ों के मुताबिक, वर्ष 2004-05 में झारखंड में 45.3 प्रतिशत परिवार गरीबी रेखा से नीचे जीवन बसर कर रहे थे। इसमें 51.6 प्रतिशत आबादी ग्रामीण क्षेत्र में और 23.8 प्रतिशत शहरी क्षेत्र में रह रही थी। वर्ष 2009-10 में बीपीएल परिवारों की संख्या घटकर 39.1 प्रतिशत रह गई। इनमें 41.6 प्रतिशत ग्रामीण और 31.1 प्रतिशत शहरी आबादी थी।

वहीं वर्ष 2004-05 और 2009-10 के दौरान झारखंड के गांवों में रहने वाले गरीबों की आबादी 10 प्रतिशत घटी है, जबकि शहरों में गरीबों की संख्या 7.3 प्रतिशत बढ़ गई है। वर्ष 2009-10 में शहरों में 31.1 प्रतिशत बीपीएल परिवार हो गए, जबकि गांवों मेें 41.6 प्रतिशत गरीब रह गए। वर्ष 2009-10 में झारखंड में शहरी और ग्रामीण आबादी को मिलाकर कुल 39.1 प्रतिशत बीपीएल परिवार रह गए।

इसी दौरान वर्ष 2009-10 और 2011-12 में बीपीएल परिवारों की संख्या में 2.1 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई। इनमें 40.8 प्रतिशत ग्रामीण और 24.8 प्रतिशत शहरी आबादी थी। आंकड़ों पर गौर करें, तो इस दौरान झारखंड ने गरीबी खत्म करने की दिशा में तेजी से काम किया। इन तीन सालों में झारखंड में 6.3 प्रतिशत परिवार गरीबी रेखा से बाहर आ गए।

Edited By

Jagdev Singh