झारखंड में वज्रपात का कहर जारी, अलग- अलग जगहों पर 9 लोगों की मौत

punjabkesari.in Wednesday, Jul 24, 2019 - 11:14 AM (IST)

रांची: झारखंड में मानसून की बेरुखी जारी है, लेकिन राज्य के कई जगहों पर हो रही बारिश के साथ वज्रपात का कहर जारी है। इसी दौरान झारखंड में विभिन्न जिलों में वज्रपात की घटनाओं में 9 लोगों की मौत हो गई है। सबसे ज्यादा 4 मौतें चतरा जिले में हुई हैं। यहां तेज बारिश के साथ हुए वज्रपात की 5 घटनाओं में तीन महिलाओं सहित एक पुरुष की मौत हो गई। वहीं घायलों में एक बालिका और एक पुरुष शामिल हैं। दोनों की स्थिति गंभीर बनी हुई है।

डाॅक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें सदर अस्पताल में बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया है। इसके अतिरिक्त 4 पशुओं की भी मौत हो गई। वज्रपात की पहली घटना असढिया गांव में हुई। गांव के नागेश्वर यादव की पत्नी कविया देवी व दो पशु इसके शिकार हुए। दूसरी घटना भगवनिया गांव में हुई। यहां पर युगलकिशोर साव की पत्नी यशोदा देवी और कामेश्वर रजक की पत्नी जीरा देवी को वज्रपात ने चपेट में ले लिया। टंडवा प्रखंड के सेरनदाग गांव के समीप वज्रपात में चरकू राम नाम केराहगीर की मौत हो गई।

चरकू राम हजारीबाग जिले के बड़कागांव के सोनपुर गांव का रहने वाला था। चौथी घटना सदर प्रखंड केइसदुवारी गांव में हुई। इसमें नारायण साव घायल हो गया और दो मवेशियों की मौत हो गई। पांचवीं घटना में गिद्धौर प्रखंड के पांडेयबागी गांव में 5 वर्षीय बच्ची जख्मी हो गई। लातेहार के चंदवा थाना क्षेत्र के दुधीमाटी (लाधुप) में रैलू गंझू (पिता राजू गंझू) व मनोज गंझू (पिता स्व. रवि गंझू) खेत में मकई की निकाई कर रहे थे। इसी दौरान बूंदा-बांदी शुरू हो गई। पानी से बचने के लिए ये लोग पास के एक पेड़ नीचे चले गए। इसी दौरान हुए वज्रपात से दोनों की मौत हो गई।

गढ़वा के रमना थाना क्षेत्र से होकर गुजरी एनएच 75 पर मंगलवार की दोपहर वज्रपात में कविसा निवासी आशुतोष यादव (17 वर्ष) की मौत हो गई। वहीं एक युवती की मौत वज्रपात की तेज आवाज की वजह से दिल का दौरा पडऩे से हो गई। सोमवार को भी राज्य में 10 लोगों की मौत वज्रपात से हुई थी। दुमका के बासुकीनाथ में सोमवार को वज्रपात से जख्मी फूलमनी हेम्ब्रम (42) ने मंगलवार को इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।

Edited By

Jagdev Singh