हेमंत सरकार के खिलाफ दुमका और बेरमो से उपचुनाव लड़ेंगे JPSC प्रतियोगी छात्र

punjabkesari.in Monday, Jun 01, 2020 - 05:59 PM (IST)

रांचीः छठी जेपीएससी में व्‍याप्‍त गड़बड़ी और भ्रष्‍टाचार को मुद्दा बना कर आंदोलन कर रहे छात्र अब हेमंत सोरेन सरकार को दुमका और बेरमो उपचुनाव में चुनौती देंगे। इसके लिए छठी जेपीएससी के आंदोनकारी छात्रों ने रणनीति तय कर ली है।

छठी जेपीएससी परीक्षा में हुई गड़बडीयों और हेमंत सोरेन सरकार द्वारा किए जा रहे अनदेखी से छात्रों में गुस्सा और आक्रोश है। जेपीएससी के अभ्‍यर्थी इमाम सफी ने बताया कि पिछले 4 साल से जेपीएससी की तैयारी कर रहा हूं। रिजल्‍ट आने के बाद पीटी स्‍तर से आखिर तक गड़बडि़यां हुई। हेमंत सोरेन ने मुख्‍यमंत्री बनने से पहले इसे दूर करने का वादा किया था और सीएम बनने के बाद वह अपने इस वादे से मुकर गए। वहीं छात्र नेता अजय चौधरी ने बताया कि जेपीएससी छात्रों और छात्र संगठनों के बीच एक बैठक हुई है। इसमें तय हुआ है कि सड़क पर आंदोलन के साथ-साथ अब हम राजनीतिक दल बनाकर चुनाव भी लड़ेंगे।

इधर आदिवासी छात्र संघ के नेता संजय महली ने भी हेमंत सरकार के खिलाफ जेपीएससी छात्रो का साथ देने की बात कही है। उन्‍होंने कहा कि भाजपा सरकार के खिलाफ हेमंत सोरेन ने जो वादा किया था मुख्‍यमंत्री बनने के बाद उन्‍हें पूरा करना चाहिए लेकिन अब लगता है सत्ता में आते ही वे इसे भूल गए। इसी के साथ छात्र नेता मनोज यादव ने छठी जेपीएससी के रिजल्‍ट को पूरे देश में एक अजूबा बताया। उन्‍होंने कहा कि चुनाव लड़ने के साथ-साथ 8 या 9 जून को भारी संख्‍या में सारे अभ्यर्थी भारी संख्या में जेपीएससी कार्यालय का घेराव करेंगें।

गौरतालब है कि कोरोना के इस जंग में जहां पूरे देश में लॉक डाउन है। झारखंड में भी कोरोना वायरस के खिलाफ जंग जारी है। इस बीच सरकार ने जेपीएससी का फाइनल रिजल्‍ट भी जारी कर दिया था। इसके बाद इस रिजल्‍ट में भी कई खामियां उजागर हो गई और अब तक नियुक्ति रूकी हुई है। जिसको लेकर झारखंड के अभ्यर्थी पिछले 40 दिनों से किसी न किसी प्रकार से छठी जेपीएससी परीक्षा के परिणाम को रद्द कराने के लिए लगातार अपने अपने तरीके से आंदोलन कर रहे हैं।


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Edited By

Diksha kanojia

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